मोहम्मद पैगंबर (Prophet Mohamed) को लेकर की गई विवादित टिप्पणी के मामले में जामा मस्जिद (JAMA Masjid) में किये गये प्रदर्शन पर दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. शुक्रवार को राजधानी की जामा मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इकट्ठे होकर प्रदर्शन किया था. प्रशासन ने कोरोनो वायरस महामारी (Corona Virus Pandemic) के बीच बड़े समारोहों और प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा दिया है. शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद और उसके आसपास करीब 500 प्रदर्शनकारी जमा हुए थे, जिन्होंने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी के लिए भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नारेबाजी की थी.
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि मस्जिद के एक नंबर गेट के पास शुक्रवार को सीढ़ियों पर शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किया गया था और यह लगभग 15 से 20 मिनट तक चला था. बाद में प्रदर्शनकारियों को इलाके से तितर-बितर कर दिया गया और इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई. पुलिस अधिकारी श्वेता चौहान ने कहा कि मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए करीब 1,500 लोग जमा हुए थे. जब नमाज शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हुई, तो कुछ लोग बाहर आकर तख्तियां दिखाने लगे और नारेबाजी करने लगे. बाद में कुछ और लोग भी उनके साथ शामिल हुए और प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़कर लगभग 500 हो गई.
जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान हमेशा पुलिस की तैनाती रहती है. 10 से 15 मिनट के भीतर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया गया और अब स्थिति शांतिपूर्ण है. घटना के संबंध में कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. हमने कुछ बदमाशों की पहचान कर ली है और हमारी टीम दूसरों की पहचान करने के लिए काम कर रही है.
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जामा मस्जिद के इमाम ने प्रदर्शन से खुद को अलग किया
इस बीच जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने विरोध प्रदर्शन से खुद को अलग कर लिया है. उन्होंने एनडीटीवी से कहा, "हमें नहीं पता कि इसे किसने शुरू किया है. कुछ लोगों ने जुमे की नमाज के बाद नारेबाजी की और बड़ी भीड़ जमा हो गई. वे जल्द ही तितर-बितर हो गए. अब सब कुछ ठीक है.
बता दें कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी विवाद पर सऊदी अरब, कुवैत, कतर और ईरान जैसे देशों के विरोध के बाद बीजेपी ने अपने पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की और जोर देकर कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है. इसके बाद जैसे ही यह विवाद बढ़ने लगा बीजेपी ने दोनों नेताओं को पार्टी से निकाल दिया.
ओवैसी-नुपुर समेत 31 लोगों पर दर्ज हो चुका है केस
दिल्ली पुलिस ने इसके पहले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और नफरत फैलाने वाले यती नरसिंहानंद सहित 31 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है. वहीं नुपुर शर्मा के खिलाफ कथित तौर पर नफरत फैलाने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए एक अलग मामला दर्ज किया था.
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Video : जामा मस्जिद विरोध प्रदर्शन मामले में FIR, महामारी एक्ट के तहत दर्ज हुआ केस