नूंह में 13 अगस्त को हिंदू महापंचायत का आह्वान, प्रशासन के हाथ-पांव फूले

नूंह की सीमा पर स्थित पलवल के पौंडरी गांव में महापंचायत के आयोजन का आह्वान किया गया, प्रशासन ने किसी भी तरह की मीटिंग के लिए परमीशन नहीं दी है

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प्रतीकात्मक तस्वीर.
नई दिल्ली:

हरियाणा के नूंह में हिंसा पर काबू पा लिया गया है, लेकिन अब गिरफ्तार युवकों की रिहाई के लिए पंचायतों के अल्टीमेटम के बाद माहौल फिर से गरमा गया है. 13 अगस्त को सर्वजातीय हिंदू महापंचायत के बाद प्रशासन चौकन्ना हो गया है. जानकारी के अनुसार 13 अगस्त को नूंह की सीमा पर पलवल के पौंडरी गांव में महापंचायत के आयोजन का आह्वान किया गया है. इसमें अनेक गांवों के लोगों के पहुंचने की उम्मीद है. वहीं प्रशासन ने किसी भी तरह की मीटिंग के लिए परमीशन नहीं दी है.

विश्व हिंदू परिषद (VHP) के मुताबिक किरा गांव नूंह में आता है जो कि उसके बॉर्डर के पास है, लेकिन वहां पानी भरा हुआ है, इसलिए थोड़ा आगे जाकर एक दूसरे गांव पौंडरी में महापंचायत होगी. यह हिस्सा पलवल में आता है. हालांकि हरियाणा पुलिस ने इस महापंचायत के लिए परमीशन नहीं दी है.

हिंदू पक्ष के लोगों की महापंचायत पहले नूंह जिले के किरा गांव की गौशाला में होने वाली थी अब यह इसके बजाय नूंह - पलवल मार्ग पर स्थित पलवल जिले की सीमा के गांव पौंडरी में होगी. बताया जाता है कि नूंह जिले में प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने के कारण महापंचायत अब पलवल जिले के गांव में रखी गई है. 

हिंदू पक्ष द्वारा बुलाई गई इस महापंचायत में कई राज्यों से हजारों लोग शिरकत करेंगे. आयोजकों ने भीड़ को देखते हुए 3 - 4 एकड़ भूमि में टेंट लगवाना शुरू कर दिया है. पंचायत में भीड़ जुटने से लेकर हैट स्पीच पर भी प्रशासन पूरी नजर रखने की तैयारी कर रहा है. अरुण जैलदार सौंध की अध्यक्षता में यह महापंचायत बुलाई गई है. 
आयोजकों ने बातचीत के दौरान कहा कि जो लोग हिंसा मामले में नाजायज गिरफ्तार किए गए हैं, तोड़फोड़, आगजनी, मारपीट, चोरी इत्यादि की जो घटनाएं हिंसा के दौरान हुई हैं, उन सभी मुद्दों पर महापंचायत में विस्तारपूर्वक बात होगी. खास बात यह है कि बृज मंडल शोभा यात्रा दोबारा कब निकाली जाएगी, उसकी तिथि को लेकर भी फाइनल रणनीति बनेगी. 

कुल मिलाकर नूंह हिंसा के बाद अब पंचायतों का दौर शुरू हो चुका है. रविवार को होने वाली इस महापंचायत पर शासन - प्रशासन ही नहीं बल्कि देशभर के लोगों की नजरें बनी रहेंगी. आयोजकों ने कहा है कि आपसी भाईचारा तेजी से बहाल हो, अमन व शांति बनी रहे. इस पर भी बातचीत होना लाजमी है. 

इस महापंचायत में हिंदू समाज के हिंदू संगठनों से जुड़े अधिकतर लोगों के शामिल होने की चर्चाएं क्षेत्र में हो रही हैं. नूंह तथा पलवल दिनों जिलों का प्रशासन एवं प्रदेश व देश के खुफिया विभाग की भी इस पंचायत पर पूरी नजर है. 

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नूंह हिंसा गत 31 जुलाई को शोभा यात्रा के दौरान हुई थी, जिसके 13 दिन बाद यह महापंचायत पौंडरी गांव में होने जा रही है.

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