'एनडीटीवी युवा- यूथ फॉर चेंज' कॉन्क्लेव में ज्योतिरादित्य सिंधिया
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 'एनडीटीवी युवा- यूथ फॉर चेंज' कॉन्क्लेव में युवाओं को भारत का भविष्य बताया और कहा कि ये यूथ पावर ही है कि जिस देश में एक समय उंगली पर गिने जाने वाले स्टार्टअप हुआ करते थे, आज वहां 1 लाख 75 हजार स्टार्टअप हो चुके हैं.
'भारत की शक्ति भी युवा और भविष्य भी'
युवा किसी भी देश का सिंबल होता है. आज भारत के पास युवाओं का खजाना है, क्योंकि देश की 70 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम है. ये लगभग 90 करोड़ लोग हैं. यानि वर्तमान अमेरिका की आबादी का तीन गुना. संयुक्त यूरोप की आबादी का दोगुना. ये हमारी यूथ पावर है. मैं मानता हूं कि भारत का जन भी युवा, शक्ति भी युवा, क्षमता भी युवा और भारत का भविष्य भी युवा है.
देश में युवाओं का खजाना, अब सिर्फ... : ज्योतिरादित्य सिंधिया
जिस देश में अंगुली पर गिने जाने वाले स्टार्टअप हुआ करते थे, आज वहां 1 लाख 75 हजार स्टार्टअप हो चुके हैं. जिस देश में एक भी यूनिकॉर्न नहीं होता था, वहां एक लाख से ज्यादा यूनिकॉर्न है. ये हमारा खजाना है. इस खजाने को चैनेलाइज करना, प्रोडक्टीविली यूज करना ये हमारा दायित्व है. इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई योजनाओं की शुरुआत की है. इनमें से एक है- पीएम इंटर्नशिप योजना, जिसमें देश की टॉप 500 कंपनियों के साथ देश के युवाओं को इंटर्नशिप करने का अवसर मिलेगा.
'अब नौजवानों को देश में भी इंटर्नशिप करने का मौका'
हम लोग जब छोटे होते थे, तब हम लोगों को सिर्फ विदेश में ही इंटर्नशिप का मौका मिलता था. अब प्रधानमंत्री मोदी की वजह से देश में सब बच्चों को ये मौका मिलेगा. इस साल ही 80 हजार नौजवानों ने 'इन्रोलमेंट इंटर्नशिप प्रोग्राम' में अपने आप को एनरोल्ड किया है. 2 हजार करोड़ रुपये की राशि इसके लिए रखी गई है.
प्रोडक्ट नेशन बनने के लिए रिसर्च जरूरी
रिसर्च और एनालिसिस पर फोकस करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आरएंडडी हमारा बैकबोन होना चाहिए. भारत को सिर्फ सर्विस नेशन के रूप में ऊपर नहीं आना चाहिए, बल्कि एक प्रोडक्ट नेशन के रूप में भी उभरना चाहिए. प्रोडक्ट नेशन बनने के लिए अनुसंधान बेहद जरूरी है. वो रिसर्च कैसे होगा, जब आपके पास एक्सेस होगा रिसर्च और जर्नल्स को एनालिसिस करने का.
नौजवानों को आगे बढ़ाने के लिए बहुत सी स्कीम
भारत सरकार ने पॉलिसी बनाई है कि दुनियाभर की यूनिवर्सिटी के रिसर्च डेटाबेस का एक्सेस होगा और सरकार इसके लिए 600 हजार करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है. ऐसी बहुत सारी स्कीम मोदी सरकार नौजवानों को आगे बढ़ाने के लिए ला रही है. भारत सरकार AI फोर ऑल स्कीम लेकर आई है. 10 हजार 75 करोड़ रुपये इसके लिए दिये गए हैं. ऐसे में भारत सरकार नौजवानों को आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाओं को ला रही है.