इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) कांतार क्यूब की गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सक्रिय इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 2025 तक लगभग 45 प्रतिशत बढ़कर 90 करोड़ तक पहुंच जाने की संभावना है. रिपोर्ट के अनुसार, 2025 तक शहरी केंद्रों की तुलना में ग्रामीण भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या अधिक हो सकती है, जो देश में डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की जरूरत को दर्शाता है.
पिछले साल तक यह संख्या 62.20 करोड तक थी. रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘2025 तक, शहरी भारत की तुलना में ग्रामीण भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या अधिक होगी. इसे देखते हुए इस उभरती हुई जनसांख्यिकी जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करने की जरूरत है.''
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कांतार के कार्यकारी उपाध्यक्ष विश्वप्रिय भट्टाचार्य ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में आंचलिक क्षेत्र के कारण ध्वनि एवं वीडियो डिजिटल इकोसिस्टम में बहुत बड़े बदलाव होंगे. रिपोर्ट बताती है कि भले ही शहरी भारत में इंटरनेट की पहुंच ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में दो गुने से अधिक है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में उपयोगकर्ताओं की संख्या साल-दर-साल तेजी से बढ़ रही है.
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