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नई दिल्ली:
नरसिंह राव सरकार में वित्त मंत्री के तौर पर 1991 में आर्थिक सुधारों का मार्ग प्रशस्त करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि वर्ष 2015-16 का बजट एनडीए सरकार के 'अच्छे इरादों' को जाहिर करता है, लेकिन इसमें उद्देश्यों को हासिल करने के लिए किसी स्पष्ट योजना का अभाव है।
बजट को निराशाजनक बताते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने बजट में बहुत सी पहलों की घोषणा की हैं, लेकिन उन्हें लागू करने की कोई तरकीब नहीं बताई है। उन्होंने कहा कि बहुत से कोष स्थापित किए गए, लेकिन उन्हें ठोस कार्य योजना में बदलने के लिए कोई स्पष्ट निर्देश नहीं है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने देश के ग्रामीण इलाकों में रहने वालों और गरीब लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाओं के लिए 'अपर्याप्त' धन आवंटन को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, देश के 70 प्रतिशत लोग ग्रामीण इलाकों में रहते हैं और उन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया है।