भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ से कैसरगंज लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए करण भूषण शरण सिंह ने कहा है कि पार्टी ने उन्हें मौका दिया जिसके लिए वह पार्टी नेतृत्व और कैसरगंज की जनता का आभार व्यक्त करते हैं.
पार्टी की घोषणा के बाद कैसरगंज से भाजपा के मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि पार्टी द्वारा उनके स्थान पर बेटे को प्रत्याशी घोषित किए जाने पर वह शीर्ष नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त करते हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी का फैसला उन्हें स्वीकार है तथा वह पार्टी से ऊपर नहीं हैं.
इससे पहले बृहस्पतिवार शाम उत्तर प्रदेश की बहुचर्चित कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा ने छह बार के सांसद रहे बाहुबली बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काटकर उनके बेटे करण भूषण सिंह को प्रत्याशी घोषित किया.
पार्टी की तरफ से प्रत्याशी घोषित किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए करण भूषण शरण सिंह ने कहा,''पार्टी ने मुझे मौका दिया, इसके लिए मैं पार्टी नेतृत्व और कैसरगंज की जनता का आभार व्यक्त करता हूं.''
उन्होंने कहा कि वह शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. पार्टी द्वारा आज करण भूषण को टिकट दिए जाने की सुगबुगाहट के साथ ही उनके बिश्नोहर पुर स्थित आवास पर समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा. टिकट की आधिकारिक रूप से घोषणा होते ही वह हनुमान गढ़ी के दर्शन के लिए अयोध्या प्रस्थान कर गए.
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा,''पार्टी द्वारा उनके स्थान पर बेटे को प्रत्याशी घोषित किए जाने पर मैं शीर्ष नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त करता हूं.'' उन्होंने कहा कि पार्टी का फैसला उन्हें स्वीकार है तथा वह पार्टी से ऊपर नहीं हैं.
टिकट घोषित होने के बाद बृहस्पतिवार शाम में पत्रकारों से भाजपा सांसद ने कहा,'' कैसरगंज संसदीय क्षेत्र सहित गोंडा जिले, प्रदेश और देश में इस बात की खुशी है कि करण भूषण सिंह को कैसरगंज से प्रत्याशी बनाया गया है.'' उन्होंने कहा कि वह (करण भूषण) शुक्रवार को पूर्वान्ह 11 बजे रघुकुल विद्यापीठ में एक जनसभा का आयोजन करके नामांकन पत्र दाखिल करेंगे.
कल बेटे के नामांकन सभा में उपस्थिति को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘होइहैं सोइ जो राम रचि राखा.' बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ''मैं पार्टी से ऊपर नहीं हूं. 1989 से मैं भाजपा से जुड़ा हूं. एक बार बीच में मैंने स्वयं पार्टी छोड़ी थी और समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा था. पार्टी हमसे बड़ी है, पार्टी जो भी फैसला करती है, वह सोच समझकर करती है.''
क्या भाजपा चाहती थी कि बृजभूषण शरण सिंह कैसरगंज से चुनाव न लड़ें? इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''यह तब तक था, जब तक पार्टी का निर्णय नहीं आया था. अब निर्णय आ गया है और सारी बातें समाप्त हो गई हैं. पार्टी ने जो कदम उठाया, हम उसका स्वागत करते हैं. उस पर अभी बोलना उचित नहीं है.''
आपके बेटे को टिकट मिलने के बाद आपकी भूमिका क्या होगी? इस सवाल पर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ''एक पिता के नाते मेरी सक्रियता का हक तो बनता है. अब खेल मतदाताओं और जनता के हाथ में है. मेरी भूमिका क्या रहेगी और क्या नहीं रहेगी, इस पर कुछ सोचने का मौका दीजिए.''
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा से क्षत्रिय मतदाताओं की नाराजगी के बारे में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘इस पर मैं कुछ नहीं बोलूंगा.'' इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'एक्स' पर लिखा,''आज भारतीय जनता पार्टी द्वारा लोक सभा चुनाव हेतु उत्तर प्रदेश के लिए घोषित हुए सभी प्रत्याशियों को हृदयतल से बधाई. जय हो-विजय हो.''
पार्टी की तरफ से करण भूषण सिंह के नाम की औपचारिक घोषणा होने से पूर्व ही बृहस्पतिवार सुबह उनके प्रतिनिधि जगन्नाथ तिवारी ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चार सेट नामांकन पत्र प्राप्त किये.
बृजभूषण शरण सिंह के गोंडा सदर से विधायक बेटे प्रतीक भूषण सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा : ‘करण भूषण सिंह, आपके आशीर्वाद का आकांक्षी-कैसरगंज.'
करण भूषण के नाम की घोषणा होते ही बृजभूषण शरण सिंह के समर्थकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में करण भूषण अपने पिता के पास आते और उनके पैर छूते नजर आ रहे हैं, जो समर्थकों के बीच एक मेज के पीछे बैठे हैं.
बताया जा रहा है कि यह वीडियो करण भूषण सिंह की औपचारिक घोषणा से कुछ देर पहले का है. गोंडा, बलरामपुर और कैसरगंज लोकसभा सीट से अलग-अलग छह बार के सांसद रहे पूर्वांचल के बाहुबली क्षत्रिय नेता बृजभूषण शरण सिंह पर देश के नामी पहलवानों --बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट ने संगीन आरोप लगाये और उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. उसके बाद खेल मंत्रालय ने बृजभूषण शरण सिंह की अध्यक्षता वाले रेसलिंग फेडरेशन को निलंबित कर दिया था .
ऐसे में उनके टिकट कटने की संभावना थी, किंतु उत्तर प्रदेश में छह से सात फीसद क्षत्रिय मतदाताओं को देखते हुए पार्टी लंबे समय से नफा-नुकसान के गणित में उलझी थी. बताया जा रहा है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में क्षत्रिय मतदाताओं के संभावित नाराजगी को ध्यान में रखते हुए उनके 34 वर्षीय छोटे बेटे को प्रत्याशी बनाया गया.
करण भूषण सिंह का जन्म 13 दिसंबर 1990 को हुआ था. उन्होंने डा. राम मनोहर लोहिया अवध विद्यालय से बीबीए तथा एलएलबी की पढ़ाई की है. वह राष्ट्रीय ‘ट्रैप शूटर' हैं. उनकी शादी नेहा सिंह से हुई है, जो एक स्कूल की संचालिका हैं. उनके एक पुत्र और पुत्री है.
महिला पहलवानों की ओर से बृजभूषण सिंह पर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों के बीच उत्तर प्रदेश में 12 फरवरी को हुए कुश्ती संघ के चुनाव में उन्हें सर्वसम्मति से उप्र. कुश्ती संघ का अध्यक्ष चुना गया था. वह उप्र सहकारी ग्राम विकास बैंक शाखा नवाबगंज जिला गोंडा के अध्यक्ष भी हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)