बिहार: बेगूसराय क्षेत्र में बूढ़ी गंडक नदी पर बना पुल उद्घाटन से पहले ही दो हिस्सों में टूटा

बिहार के बेगूसराय क्षेत्र में गंडक नदी पर बना पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. 5 साल पहले 1343 लाख की लागत से इस पुल का निर्माण कार्य किया गया था.

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पुल के टूटने से इलाके के 20,000 से ज्यादा लोग प्रभावित

बेगूसराय:

बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल प्रखंड क्षेत्र के रहुआ पंचायत व विष्णुपुर आहोक पंचायत के बीच बूढ़ी गंडक नदी पर बना पुल पुट गया है. नदी पर बना पुल रविवार की सुबह अचानक दो हिस्सों में बट गया. 2 दिनों से इस पुल में दरार आने से सुर्खियों में था. 5 साल पहले यह पुल 1343 लाख की लागत से इस पुल का निर्माण कार्य किया गया था जो अगस्त 2017 को यह शानदार पुल बनकर तैयार हो गया और आज 5 साल बाद यह पुल टूट कर दो हिस्सों में बंट चुका है

इस पुल के टूटने से इलाके के 20,000 से ज्यादा लोग प्रभावित होंगे. किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा.  पीड़ित लोगों को भी भुगतना पड़ेगा. स्थानीय लोगों का कहना है कि गंडक नदी पर यह पुल बनने के बावजूद भी वाहनों के आवागमन पर रोक थी. इस पुल की मांग के बाद साल 2012-13 में तत्कालीन विधायक सह बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री परवीन अमानुल्लाह की पहल पर बूढ़ी गंडक नदी पर इस पुल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई जो बनकर तैयार हुआ था .

रालोजपा नेता संजय यादव ने बताया कि ये पुल दो से तीन दिन पहले ही दरक गया था जो कि अब टूटकर नदी में समाहित हो गया, इस पुल की लागत लगभग 14 करोड़ थीं. यहां तक की अब तक इसका उद्धाटन भी नहीं किया. जो कि भ्रष्टाचार का उदाहरण है. इस पुल को रोज हजारों लोग इस्तेमाल करते थे.

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