- मुंबई में भी पिछले कुछ दिनों से एयर क्वालिटी बिगड़ रही है. बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस पर चिंता जताई है.
- हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस चंद्रशेखर और जस्टिस गौतम अंखड की खंडपीठ ने इस मुद्दे पर अहम सुनवाई की.
- हाई कोर्ट ने मुंबई महानगरपालिका को निर्देश दिया है कि वह तुरंत एक विशेष समिति का गठन करे.
देश के कई शहरों में सर्दियां आने के साथ ही वायु गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है. देश की आर्थिक राजधानी के रूप में पहचाने जाने वाले मुंबई की हालत भी कुछ अलग नहीं है. मुंबई में भी पिछले कुछ दिनों से एयर क्वालिटी लगातार बिगड़ रही है. बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस पर गंभीर चिंता जताई और प्रदूषण नियंत्रण के लिए एक कमेटी बनाने का आदेश दिया है. हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस चंद्रशेखर और जस्टिस गौतम अंखड की खंडपीठ ने इस मुद्दे पर अहम सुनवाई की.
सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने साफ कहा कि मुंबई की हवा को सुधारने के लिए प्रभावी और तुरंत लागू हो सकने वाले कदम बताएं. साथ ही कोर्ट ने मुंबई महानगरपालिका (BMC) को निर्देश दिया है कि वह तुरंत एक विशेष समिति का गठन करे.
जनहित याचिका पर कोर्ट ने लिया संज्ञान
मुंबई में पिछले कुछ दिनों से बढ़ रहे वायु प्रदूषण को लेकर हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी, जिस पर कोर्ट ने तत्काल संज्ञान लेते हुए BMC को ये निर्देश दिए हैं.
यह याचिका वरिष्ठ वकील दरायस खंबाटा और द्वारकादास ने दाखिल की है, जिसमें मुंबई की खराब होती हवा को लेकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की गई थी.
15 दिसंबर को पेश हो सकती है प्रारंभिक रिपोर्ट
इस मामले में अगली सुनवाई 15 दिसंबर को होगी, जिसमें समिति की प्रारंभिक रिपोर्ट पेश होने की उम्मीद है.
साथ ही उस दिन कोर्ट इस बात की समीक्षा करेगा कि BMC ने क्या उपाय किए और शहर की हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है या नहीं.
दिल्ली-मुंबई के AQI में जमीन-आसमान का अंंतर
दिल्ली और मुंबई के एक्यूआई की तुलना करें तो दोनों में काफी अंतर है. समीर ऐप के मुताबिक, मुंबई में एक्यूआई 127 दर्ज किया गया. वहीं दिल्ली में एक्यूआई 372 है. इसके साथ ही नोएडा का एक्यूआई 389 दर्ज किया गया है.














