असम के जोरहाट जिले में ब्रह्मपुत्र नदी में निमती घाट के पास बुधवार को एक बड़ी नौका एक नौका स्टीमर से टकराने के बाद डूब गई, जिसमें कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और 20 लोग लापता हो गए. दुर्घटना का शिकार हुई नौका पर कुल 120 यात्री सवार थे. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि टक्कर तब हुई जब निजी नाव ''मा कमला'' निमती घाट से माजुली की ओर जा रही थी और सरकारी स्वामित्व वाली नौका ''त्रिपकाई'' माजुली से आ रही थी.
अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि नौका पलटकर डूब गई. आईडब्ल्यूटी के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि नाव पर 120 से अधिक यात्री सवार थे, लेकिन उनमें से कई को विभाग के स्वामित्व वाली ''त्रिपकाई'' नौका की मदद से बचा लिया गया.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने ''पीटीआई-भाषा'' को बताया कि नौका से बचाई गई एक महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. उन्होंने कहा, ''हमें करीब 15-20 लोगों के लापता होने की खबर मिली है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें सेना और गोताखोरों के सहयोग से बचाव अभियान चला रही हैं.'' एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि आईडब्ल्यूटी विभाग के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को दुर्घटना के संबंध में लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. जोरहाट के उपायुक्त अशोक बर्मन ने ''पीटीआई-भाषा'' को बताया कि अब तक 41 लोगों को बचा लिया गया है.
बर्मन ने कहा कि सेना के गोताखोर कुछ उन्नत मशीनों के साथ अभियान में शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि नाव में 27 मोटरसाइकिलें भी थीं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने तलाश और बचाव अभियान शुरू कर दिया है, लेकिन सूर्यास्त के बाद अंधेरा होने के कारण उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को फोन कर दुर्घटना, बचाव अभियान और बचाए गए लोगों की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की. सरमा ने ट्वीट किया, ''उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर संभव मदद देने के लिए तैयार है. उनका आभारी हूं.'' सरमा ने दुर्घटना पर चिंता व्यक्त की और माजुली व जोरहाट के जिला प्रशासन को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से बचाव अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया. उन्होंने मंत्री बिमल बोरा को दुर्घटनास्थल पर जाने के लिए भी कहा.
परिवहन मंत्री चंद्र मोहन पटवारी भी गुवाहाटी से करीब 315 किलोमीटर दूर निमती घाट के रास्ते में हैं. सरमा ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव समीर कुमार सिन्हा को चौबीसों घंटे घटनाक्रम की निगरानी करने को कहा. सीएमओ ने एक बयान में कहा, ''मुख्यमंत्री खुद कल स्थिति का जायजा लेने के लिए निमती घाट जाएंगे.'' दुर्घटना के संबंध में कथित लापरवाही के लिये आईडब्ल्यूटी के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ''तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. इनमें डिब्रूगढ़ डिवीजन में आईडब्ल्यूटी के प्रभारी कार्यकारी अभियंता बिक्रमादित्य चौधरी, जोरहाट उप-मंडल में आईडब्ल्यूटी के प्रभारी सहायक कार्यकारी अभियंता मुकुट गोगोई और जोरहाट उप-मंडल में आईडब्ल्यूटी के कनिष्ठ अभियंता रतुल तमुली शामिल हैं.''