बजट बढ़ा, जलभराव वाले स्थान कम हुए... जानिए BMC के 'मानसून रिपोर्ट कार्ड' ने क्या-क्या बताया 

साल 2024 में बीएमसी ने 100 जलभराव वाले स्थानों की पहचान की थी और 72 स्थानों पर जलनिकासी और जलभराव की समस्या को सुलझाया था. अब 2025 में इन स्थानों की संख्या घटकर 55 रह गई है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
2025 में BMC ने 10,224 करोड़ रुपये का जलवायु बजट पेश किया है.
मुंबई:

हर साल मुंबई में भारी मानसून से शहर और निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी समस्याएं सामने आती हैं, जिनसे निपटने के लिए 'बीएमसी' विभिन्न तैयारियां करती है. अब जब मॉनसून सीजन सामने है तो देश की आर्थिक राजधानी की सिविक बॉडी का रिपोर्ट कार्ड जारी हुआ है. इसमें BMC के बीते एक साल में मानसून से निपटने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं, का पता चलता है. 

जलभराव वाले स्थानों की पहचान और प्रबंधन

साल 2024 में बीएमसी ने 100 जलभराव वाले स्थानों की पहचान की थी और 72 स्थानों पर जलनिकासी और जलभराव की समस्या को सुलझाया था. अब 2025 में इन स्थानों की संख्या घटकर 55 रह गई है, जो BMC की बेहतर जल प्रबंधन और बचाव उपायों को दर्शाता है. इन 55 स्थानों पर काम जारी है और सभी पर सक्रिय निगरानी रखी जा रही है. 

गाद हटाने और नाली सुधार कार्य

वर्ष 2024 में BMC ने मानसून से पहले 13.2 लाख मीट्रिक टन गाद हटाने का लक्ष्य रखा था, जिसमें से 80 फीसद काम पहले ही कर लिया गया था. साल 2025 में यह लक्ष्य 13.1 लाख मीट्रिक टन रखा गया है, और मई 2025 तक 10.2 लाख टन गाद हटा ली गई है, जो समय पर काम को दर्शाता है.

आपातकालीन बाढ़ रिकवरी वाहन

2024 में BMC के पास विशेष बाढ़ रिकवरी वाहन नहीं थे, लेकिन 2025 में उन्होंने 2.19 करोड़ रुपये की लागत से 4 नए उच्च-प्रौद्योगिकी वाले बाढ़ रिकवरी वाहन खरीदे हैं. ये वाहन बाढ़ वाले इलाकों से जलनिकासी में मदद करेंगे और अधिक तेज़ी से जलभराव को दूर करेंगे.

डिवॉटरिंग पंपों की संख्या बढ़ी

रिपोर्ट कार्ड में बताया गया है कि 2024 में BMC ने 477 डिवॉटरिंग पंपों को शहरभर में लगाया था, जबकि 2025 में पंपों की संख्या बढ़ाकर 481 कर दी गई है. ये पंप शहर के विभिन्न हिस्सों में जलभराव को दूर करने के लिए लगाए गए हैं.

आपदा हेल्पलाइन का विस्तार

2024 में BMC की आपदा हेल्पलाइन केंद्रीय थी, जिसे 2025 में 24 वार्डों तक विस्तारित कर दिया गया है. इसका उद्देश्य मानसून के दौरान जलभराव और आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित मदद पहुंचाना है.

Advertisement

नाली और इन्फ्रास्ट्रक्चर

2024 में BMC ने नालों और जलनिकासी प्रणालियों में सुधार शुरू किया था, लेकिन 2025 में इसके लिए अधिक ठोस कदम उठाए गए हैं. नए फ्लडगेट्स लगाए गए हैं, नालों को चौड़ा किया गया है, और 100,000 से अधिक मैनहोल कवर को सुरक्षित किया गया है.

जलवायु बजट और भविष्य की तैयारियां

आपको बता दें कि 2024 में BMC ने तात्कालिक बाढ़ प्रबंधन पर ध्यान दिया था, जबकि 2025 में BMC ने 10,224 करोड़ रुपये का जलवायु बजट पेश किया है, जिसमें न केवल बाढ़, बल्कि दीर्घकालिक जलवायु परिवर्तन, तटीय जोखिमों और वायु प्रदूषण की चुनौती से निपटने के उपाय शामिल हैं.

Advertisement

रेलवे स्टेशनों पर बाढ़ नियंत्रण

2024 में मुंबई के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर भारी जलभराव हुआ था, जिससे रेल सेवा प्रभावित हुई थी. 2025 में BMC ने रेलवे स्टेशनों के पास हाई-प्रोफाइल पंप्स और नए पाइपलाइन रूटिंग की योजना बनाई है, ताकि भविष्य में जलभराव को रोका जा सके और यातायात निर्बाध रूप से चलता रहे. 

Featured Video Of The Day
India Pakistan Tension BREAKING NEWS: Pakistan के Bahawalpur को Drone Attack ने किया तबाह, अफरातफरी
Topics mentioned in this article