उत्तराखंड में 5 लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने तीसरी बार जीत कर हैट्रिक लगाई है. इससे पहले भाजपा ने 2014, 2019 में पांचों सीटों पर कब्जा किया था. लगातार बीजेपी ने हैट्रिक मारी है, जिससे भाजपा के हौसले बुलंद है. लेकिन उत्तराखंड बीजेपी को कहीं न कहीं वोट कम होने की कसक भी सता रही है. उत्तराखंड भाजपा ने ने 75 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करने का लक्ष्य बनाया था, लेकिन पिछले चुनाव की तुलना में उसे पांच प्रतिशत वोट कम मिले है.
2024 के लोकसभा में बीजेपी उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटें पर जीत तो गई. लेकिन तीन बार क्लीन स्वीप करने के बाद उत्तराखंड में बीजेपी की चिंताएं बढ़ी हुई है, क्योंकि आने वाले इसी साल में उत्तराखंड में नगर निकाय, पंचायत चुनाव के साथ दो विधानसभा उपचुनाव है. यहां 5% प्रतिशत वोट घटा है. इसपर बीजेपी न सिर्फ मंथन करने जा रही है, बल्कि जिम्मेदारी भी तय करने जा रही है.
लोकसभा चुनाव में 5% वोट घटे
BJP ने पिछले निकाय चुनाव में आठ नगर निगम में 6 नगर निगम पर चुनाव जीता था तो इसके अलावा भी नगर पालिका और नगर परिषद के चुनाव में भी बीजेपी का दबदबा था. इसलिए BJP और पार्टी के नेताओं पर अपना प्रदर्शन दोबारा दोहराने का दबाव है. लेकिन जब लोकसभा चुनाव में 5% वोट घटे हैं तो ऐसे में दबाव दुगना हो गया है. वहीं, दो विधानसभा उपचुनाव में भी बीजेपी पर यह दबाव रहेगा कि कैसे बद्रीनाथ और मंगलौर सीटों को जीत जाए. हालांकि, यह दोनों सीट बीजेपी के पास नहीं थी. बद्रीनाथ की सीट कांग्रेस के पास तो मंगलौर की बसपा के पास थी.
बीजेपी के पास सबसे बड़ी चुनौती
इसके अलावा धामी सरकार के मंत्रियों की विधानसभा में जीत का अंतर आधा रह गया है, सिर्फ एक मात्र उत्तराखंड सरकार के मंत्री सौरभ बहुगुणा ही है, जिन्होंने पिछली बार के लोकसभा चुनाव में अपनी जीत का अंतर 4000 बढ़ाया है. अब मंत्रियों की परफॉर्मेंस भी आधी रह गई है तो ऐसे में बीजेपी के पास सबसे बड़ी चुनौती यही है कि नगर निकाय पंचायत और दो विधानसभा उपचुनावों में कैसे दोबारा से मत प्रतिशत बढ़ाया जाए और जीत हासिल की जाए.
बीजेपी को कितना प्रतिशत वोट मिला
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 61.87 प्रतिशत वोट मिले थे. लेकिन साल 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 56.81 बीजेपी का वोट प्रतिशत रहा यानी लगभग 5% बीजेपी को वोट कम मिले. उत्तराखंड की प्रत्येक लोकसभा सीट की तुलना करने में पौड़ी गढ़वाल सीट पर भाजपा ने 2019 में 67 फीसदी से अधिक वोट लिए थे, 2024 में यह 58.41 प्रतिशत रह गए. टिहरी में 64.3 प्रतिशत की तुलना में 53.66, हरिद्वार में 52.28 प्रतिशत की तुलना में 50.19, नैनीताल में भाजपा की सबसे बड़ी जीत हुई, लेकिन यहां पार्टी 2019 के 61.24 प्रतिशत की तुलना में 61.03 प्रतिशत वोट हासिल कर सकी.
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