भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने MSP कानून की वकालत करते हुए रविवार को कहा कि बहस लंबे समय से हो रही है, अब MSP कानून का समय आ गया है. उन्होंने MSP कानून को लेकर कुछ सुझावों की एक लिस्ट संसद को सौंपी है.
वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'भारत के किसान और उनकी सरकारें लंबे समय से कृषि संकट पर बहस कर रही हैं. एमएसपी कानून का समय आ गया है. मैंने प्रस्ताव तैयार किया और उसे संसद को सौंपा है, मुझे लगता है कि यह कानून का एक जरूरी हिस्सा हो सकता है. इस पर मैं किसी भी आलोचना का स्वागत करता हूं.' बता दें, पिछले काफी समय से वरुण गांधी किसानों से जुड़े हुए मुद्दे उठा रहे हैं, इस बीच वे अपनी सरकार पर निशाना साधने से भी नहीं चूके.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानूनों के वापस लेने के ऐलान के बाद वरुण गांधी ने पीएम को चिट्ठी लिखी थी. पत्र में उन्होंने कहा था कि मेरा निवेदन है कि एमएसपी पर कानून बनाने की मांग व अन्य मुद्दों पर भी अब तत्काल निर्णय होना चाहिए. साथ ही उन्होंने किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिजानों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की भी मांग की थी.
इतना ही नहीं, उन्होंने लखीमपुर खीरी घटना को लोकतंत्र पर धब्बा भी बताया था. बता दें, लखीमपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कार चढ़ाने का केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे पर आरोप हैं. आरोपों के मुताबिक, लखीमपुर में किसान प्रदर्शन कर रहे थे, तभी केंद्रीय मंत्री के बेटे ने तेज स्पीड से कार लाकर किसानों पर चढ़ा दी, जिसमें कई किसानों की मौत हो गई.
गौरतलब है कि कृषि कानून संसद द्वारा रद्द किए जाने के बाद, किसानों ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया. करीब एक साल से दिल्ली की सीमा पर डेरा डाले हुए किसान अब अपने घरों को लौट रहे हैं.
अजय मिश्रा पर कार्रवाई करे सरकार, MSP पर बनाए कानून: वरुण गांधी ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी