"इस मतिभ्रम के लिए हम क्या कह सकते हैं.." : राहुल गांधी के जासूसी का आरोप पर बीजेपी ने दिया जवाब

वडक्कन लंबे समय तक कांग्रेस में रहने के बाद 2019 में बीजेपी में शामिल हो गए थे. उन्हें पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का करीबी माना जाता था.

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राहुल गांधी के उनकी जासूसी किए जाने के आरोप का बीजेपी में जवाब दिया है
नई दिल्‍ली:

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के उस आरोप का मजाक उड़ाया कि उनकी जासूसी की जा रही है. पार्टी ने दावा किया कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ‘भ्रमित' हैं और इस प्रकार के दावे इसलिए करते हैं क्योंकि वह जहां भी जाते हैं, वहां सुर्खियां बटोरना चाहते हैं. बीजेपी प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम राहुल गांधी के मतिभ्रम के लिए क्या कह सकते हैं. अगर वह चीन के साथ अपने (कांग्रेस के) समझौता ज्ञापन को सार्वजनिक करते हैं, तो हमें भी दिलचस्पी होगी और भारत के लोग भी जानना चाहेंगे.'' उन्होंने कहा, ‘‘टेलीफोन पर हुई उनकी बातचीत में कौन दिलचस्पी रखता है.''

'निरीक्षण के लिए राहुल ने अपना मोबाइल भी नहीं दिया था'
बता दें, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में एक व्याख्यान के दौरान गांधी ने आरोप लगाया कि भारतीय लोकतंत्र खतरे में है और उनके सहित कई नेताओं की निगरानी की जा रही है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया, ‘‘मेरे फोन में पेगासस था, कई और नेताओं के फोन में भी पेगासस था. गुप्तचर अधिकारियों ने मुझे बताया कि फोन पर बातचीत करते हुए कृपया सावधान रहें क्योंकि हम रिकॉर्ड (आपकी बातों को) कर रहे हैं.'' वडक्कन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस मामले को बंद कर दिया है. उन्होंने कहा कि गांधी ने पेगासस मुद्दे में सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्देशित जांच के दौरान निरीक्षण के लिए अपना मोबाइल फोन भी नहीं दिया था. बीजेपी प्रवक्ता ने सवाल किया कि उन्हें किस बात का भय था? उन्होंने कहा, ‘‘वह विदेशों में भारतीयों पर हमले को लेकर सवाल क्यों नहीं उठा रहे हैं. यह कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में हुआ है. मुद्दा यह है कि वह जहां भी जाते हैं सुर्खियां बटोरना चाहते हैं और इस प्रक्रिया में वह भारत में वोट गंवा देते हैं क्योंकि भारत के लोग जाग गए हैं.''

कहा-पूर्वोत्‍तर में अल्‍पसंख्‍यकों ने भी बीजेपी को वोट दिया 
केरल के ईसाई नेता वडक्कन ने पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में विधानसभा चुनावों में बीजेपी के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों ने भी इन चुनावों में पार्टी को वोट दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘पूर्वोत्तर में बीजेपी की जीत विभाजनकारी राजनीति के लिए एक झटका है, कांग्रेस और माकपा लोगों में जहर घोल रही हैं. उनका एजेंडा अपने नफरत भरे अभियानों से अल्पसंख्यकों और जनजातियों को बीजेपी से दूर रखना है, लेकिन चुनावी नतीजों ने उन्हें तगड़ा झटका दिया है.'' वडक्कन ने कहा, ‘‘बीजेपी विकास में विश्वास करती है और विकास का कोई धर्म नहीं होता. हमें पूर्वोत्तर में जीत मिली है क्योंकि अल्पसंख्यक बीजेपी में, विकास में विश्वास करते हैं.''

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पीएम मोदी केवल भाषण नहीं देते, इसे क्रियान्वित भी करते हैं
उन्होंने कहा कि हर जगह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यही मंत्र है और वह केवल भाषण नहीं देते बल्कि क्रियान्वित भी करते हैं. इसे बुनियादी ढांचे, गैस और पानी के कनेक्शन और कई अन्य सुविधाओं में वृद्धि में महसूस भी किया गया है. वडक्कन ने दावा किया कि गांधी 2024 के लोकसभा चुनावों में अपनी वायनाड सीट बचाने के लिए केरल में कांग्रेस और वाम दलों के बीच गठबंधन के लिए काम कर सकते हैं और मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर पार्टी की प्रदेश इकाई में मची आंतरिक कलह को रोक सकते हैं. उन्होंने कहा कि सोने की तस्करी और नेशनल हेराल्ड के आपराधिक मामलों को रोकने में दोनों दलों का साझा हित है.

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खरगे पर छोटे राज्‍य के लोगों के अपमान का लगाया आरोप 
बीजेपी नेता ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर पूर्वोत्तर के चुनावों को ‘छोटे राज्य' का चुनाव बताकर वहां के लोगों का ‘अपमान' करने का भी आरोप लगाया. बीजेपी नेता ने कहा कि यह चुनाव में कांग्रेस की करारी हार को छिपाने के लिए किया गया.उन्होंने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों ने कांग्रेस के पाखंड को उजागर कर दिया है. वडक्कन ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने वर्षों तक पूर्वोत्तर के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया है और आखिरकार 2014 के बाद क्षेत्र में शांति और विकास फलने-फूलने लगा है.'' ज्ञात हो कि वडक्कन लंबे समय तक कांग्रेस में रहने के बाद 2019 में बीजेपी में शामिल हो गए थे. उन्हें पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का करीबी माना जाता था.

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