उच्चतम न्यायालय ने आज कहा कि केंद्र सरकार के 2016 में 500 और 1000 रुपये की श्रृंखला वाले नोट बंद करने के फैसले को अनुचित नहीं ठहराया जा सकता. न्यायमूर्ति एस. ए. नज़ीर की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने कहा कि इस संबंध में फैसला भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) और सरकार के बीच विचार-विमर्श के बाद किया गया. वहीं बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने आज कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया और कहा है कि कोर्ट ने नोटबंदी को सही माना, इसका मकसद गरीब कल्याण था. सुप्रीम कोर्ट ने 2016 के सरकार के फैसले को सही मानते हुए सभी सवालों को खारिज कर दिया है. आज एक बात बीजेपी के मंच से जरूर कहना चाहता हूं कि कांग्रेस ने देश भर में कितना हल्ला किया था. राहुल गांधी ने तो विदेशों में भी विरोध करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी.
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि भारत आज डिजिटल ट्रांजकशन में दुनिया का नेता बना है. नोटबंदी के बार 2 लाख 38 हजार सेल कंपनिया पकड़ी गई. इनफॉर्मल सेक्टर का दखल भारत की इकोनॉमी से 20 से 80 फीसदी तक बंद हुआ है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा हैं की सरकार ये फैसला ले सकती है और आरबीआई ने ये कहा की हमसे बात हुई थी. ये फैसला ब्लैक मनी पर रोक लगाने के लिए गया था. सुप्रीम कोर्ट ने सभी फैसले को सही पाया यानी किसी नियम का कोई उलंघन नहीं किया गया है. इस बात को कोर्ट ने माना है. एक जज ने अपना डिसेंट नोट लगाया है, लेकिन उन्होंने भी सरकार की नीयत पर कोई टिप्पणी नहीं की है. कश्मीर में पत्थरबाजी समाप्त हो गई क्योंकि..... आतकवादियों की फंडिग बंद हो गई.
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा के सवालों का जवाब देते हुए रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि उनकी टिप्पणियों पर क्या बात करूं मैंने तो सभी तथ्य सामने रख दिया है. उनके जवाब में यही कह सकता हूं कि (एक अखबार की ख़बर को दिखाते हुए) कि एक कंपनी के सेटअप से 50 हजार लोगों को नौकरी मिली....ऐसे बहुत उदाहरण है.