बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) पर एक नया हमला शुरू किया. इससे पहले रिश्वत के बदले सवाल मामले (Cash for Query) के प्रमुख चेहरों में से एक वकील जय आनंद देहाद्राई ने दावा किया कि महुआ ने उनसे सीबीआई के साथ दर्ज अपनी शिकायत वापस लेने के लिए प्रयास किए थे.
निशिकांत दुबे ने दावा किया कि देहाद्राई ने संसद की आचार समिति को दी अपनी शिकायत में उन्हें सबूत दिया है कि तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा कथित रिश्वत के बदले सवाल घोटाले में शामिल थीं.
निशिकांत दुबे ने देहाद्राई के दावों को लेकर महुआ पर बोला हमला
देहाद्राई के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लिखा, "बालू के भीत पर खड़ी इमारत, भरभरा कर गिरती है, आपकी लड़ाई संसद की गरिमा बचाने की है,यह कठिन लड़ाई महुआ के खिलाफ नहीं है, यह लड़ाई बाबा साहब अंबेडकर जी के संविधान की आत्मा यानि गरीब की आवाज़ को बचाने वाली संसद को कुछ लोग जो बेच रहे हैं उनके ख़िलाफ़ है,इसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है,जिस पार्टी की नेता केवल साड़ी व चप्पल पहनती है,उस पार्टी की सांसद LV,GUCCI ज़बरदस्ती दोस्तों से लेकर बंगाली संस्कृति की दुहाई देती है? मेरी मौसी महिषादल राज्य बंगाल की रानी थी, इस कारण मुझे भी बंगाल की संस्कृति की जानकारी है.यह महिला बंगाल के लोगों को भी गाली दे रही है.भ्रष्टाचार से कोई समझौता नहीं"
देहाद्राई और मोइत्रा के बीच हेनरी की कस्टडी को लेकर विवाद
देहाद्राई और मोइत्रा दोनों ने दिल्ली में एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि महुआ ने कुत्ता चुराया है.
देहाद्राई ने महुआ को लेकर दिया ये दावा
देहाद्राई ने एक्स पर शेयर किए गए पोस्ट में दावा किया है कि वकील और टीएमसी सांसद के बीच कस्टडी की लड़ाई केबीच में रॉटवीलर कुत्ते हेनरी के बदले में उनकी सीबीआई शिकायत और दुबे को लिखे उनके पत्र को वापस लेने के लिए मजबूर करने का प्रयास किया गया है.
हीरानंदानी ने महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों को सही बताया
बता दें कि पिछले दिन व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी (Darshan Hiranandani) ने महुआ मोइत्रा द्वारा रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में बड़ा खुलासा किया. हीरानंदानी ने खुद एक शपथपत्र में कबूल किया कि महुआ पर लगे आरोप सही हैं. उन्होंने बताया कि महुआ मोइत्रा ने ही अपने संसद अकाउंट के लॉग-इन और पासवर्ड शेयर किए थे, जिसके बाद उन्होंने महुआ के संसद अकाउंट पर सवाल अपलोड किए थे.
मोइत्रा ने हीरानंदानी के हलफनामे की आलोचना की, जिसमें आरोप लगाया गया कि उन पर दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव डाला था और फिर इसे मीडिया को जारी किया गया.