लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान ‘ट्रोल' किये गए ‘‘एक्शन हीरो'' सुरेश गोपी (Suresh Gopi) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के टिकट पर त्रिशूर सीट जीतकर केरल में भाजपा के लिए इतिहास रच दिया. इसके साथ ही, केरल में भाजपा का दशकों का संघर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में रंग लाया और गोपी के जरिये पार्टी का आखिरकार खाता खुला. जीत के बाद भी गोपी की राजनीतिक पारी में उतार-चढ़ाव देखने को मिले.
सीपीआई के उम्मीदवार को हराया है चुनाव
आम चुनाव में, गोपी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के वी एस सुनील कुमार को रोमांचक मुकाबले में हराया था. निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, गोपी को 4,12,338 वोट मिले, जबकि कुमार को 3,37,652 मत मिले थे. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. मुरलीधरन 3,28,124 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे.
अंग्रेजी में मास्टर्स कर चुके हैं सुरेश गोपी
सुरेश गोपी केरल के अलप्पुजा के रहने वाले हैं. उन्होंने एक बाल कलाकर के तौर पर राजनीति में एंट्री की थी. कई फिल्मों में उन्होंने काम किया. 66 साल के गोपी साइंस ग्रेजुएट हैं और उन्होंने अंग्रेजी में मास्टर्स की डिग्री ली है.
सुरेश गोपी का 32 साल का फिल्मी करियर है. उनके अभिनय जीवन की पहली बड़ी सफलता 1992 में आई फिल्म थलास्तानम से मिली. उन्होंने 250 से ज्यादा फिल्मों में अपने अभिनय कौशल का प्रदर्शन किया है. 1997 में आई फिल्म लेलम में उनके किरदार को काफी सराहा गया. इसके अगले ही साल 1998 में आई फिल्म कलियाट्टम के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर के नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया. साथ ही उन्होंने एक लंबे वक्त तक टीवी शो भी होस्ट किया है.
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