बीजेपी विधायक और प्रवक्ता राम कदम ने स्कूलों में भगवद् गीता (Bhagvad Gita) पढ़ाने की मांग को लेकर आवाज उठाई और राज्य के कुछ सीनियर मंत्रियों को भगवद् गीता की प्रति दी जिसमे मंत्री असलम शेख भी शामिल है. हालांकि सपा विधायक अबु असीम आजमी ने कहा कि बीजेपी धार्मिक तनाव बढ़ाने का काम कर रही है. हिंदुओ को जरूर भगवद् गीता पढ़नी चाहिए . लेकिन कोई मुस्लिम क्यो पढ़ेगा वो कुरान पढ़ेगा, ईसाई बाईबल पढ़ेगा. राम कदम अगर गरीब विद्यार्थियों को पढ़ाई में मदद करते तो हम भी उनका समर्थन करते.
दूसरी तरफ राम कदम का कहना है कि भगवद् गीता सिर्फ हिंदू धर्म ग्रंथ नही यूनिवर्सल ग्रंथ है उन्होने शिवसेना से सवाल उठाते हुए कहा कि हैरानी की बात है कि हिंदू होने की बात कर रही शिवसेना भी क्यों इसे पढ़ाने पर चुप है ? गुजरात सरकार (Gujarat Govt) के स्कूलों में ‘भगवद् गीता‘ शामिल करने के फैसले पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) ने कहा था कि ‘भगवद् गीता' हमें नैतिकता और आचार विचार सिखाती है. यह हमें समाज की भलाई के प्रति जिम्मेदारी से अवगत कराती है. उन्होंने कहा कि कई नैतिक कहानियां हैं, जो हमारे छात्रों को प्रेरित कर सकती हैं. हर राज्य सरकार इस बारे में सोच सकती है.
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) शासित गुजरात ने घोषणा की थी कि शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से राज्य में कक्षा छठी से 12वीं के लिए भगवद गीता स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा होगी.
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