बीजेपी के कई नेताओं ने मुगल गार्डन का नाम बदलकर ‘अमृत उद्यान' करने के फैसले को ‘ऐतिहासिक' बताते हुए इसका स्वागत किया है. अब पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुगलों के नाम पर रखे गए स्थानों की पहचान कर और उनका नाम बदला जाना चाहिए. बीजेपी नेता का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब मुगल गार्डन का नाम बदलकर 'अमृत उद्यान' कर दिया गया है.
शुभेंदु अधिकारी ने एएनआई से कहा, "उन्होंने (मुगलों) इतने सारे हिंदुओं को मार डाला और मंदिरों को भी नष्ट कर दिया. उनके नाम पर सभी जगहों की पहचान की जानी चाहिए और उनका नाम बदल दिया जाना चाहिए. अगर बीजेपी बंगाल में सत्ता में आती है तो हम एक सप्ताह के भीतर सभी ब्रिटिश और मुगल नामों को हटा देंगे." केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने राष्ट्रपति भवन के बगीचों को एक सामान्य नाम देने के कदम का स्वागत किया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के समारोह को 'आजादी का अमृत महोत्सव' के रूप में चिह्नित करने के लिए उद्यानों को 'अमृत उद्यान' के रूप में एक सामान्य नाम दिया है. राष्ट्रपति की डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी नविका गुप्ता ने कहा, "स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के समारोह के अवसर पर 'आजादी का अमृत महोत्सव' के अवसर पर, राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन के बगीचों को 'अमृत उद्यान' के रूप में एक सामान्य नाम दिया है." .
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने इस फैसले का स्वागत किया. आम जनता के लिए अमृत उद्यान 31 जनवरी को खुलेगा. राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति भवन के सभी उद्यानों की सामूहिक पहचान 'अमृत उद्यान' होगी. उन्होंने कहा, "अब बगीचों को एक नई पहचान दी गई है."राष्ट्रपति भवन के बगीचों में ईस्ट लॉन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन शामिल हैं.
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