बीजेपी प्रमुख सीआर पाटिल बोले, ‘रेवड़ी संस्कृति’ गुजरात को श्रीलंका जैसे संकट में डाल सकती है

बीजेपी (BJP) के गुजरात ईकाई के प्रमुख सीआर पाटिल (CR Patil) ने कहा कि लोगों को ‘रेवड़ी संस्कृति’ के झांसे में नहीं आना चाहिए, क्योंकि इससे राज्य और भारत में श्रीलंका जैसा आर्थिक संकट पैदा हो सकता है. उन्होंने यह बात आम आदमी पार्टी(AAP) पर निशाना साधते हुए कही.

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गुजरात बीजेपी के नेता सीआर पाटिल ने ‘रेवड़ी संस्कृति’ को खतरनाक बताया है.
अहमदाबाद:

भारतीय जनता पार्टी (BJP) की गुजरात ईकाई के प्रमुख सीआर पाटिल (CR Patil) ने कहा कि लोगों को ‘रेवड़ी संस्कृति' के झांसे में नहीं आना चाहिए, क्योंकि इससे राज्य और भारत में श्रीलंका जैसा आर्थिक संकट पैदा हो सकता है. हालांकि यहां पाटिल ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन वह जाहिर तौर पर आम आदमी पार्टी (आप) और उसके संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साध रहे थे, जिन्होंने गुजरात में सत्ता में आने पर मुफ्त बिजली देने का वादा किया है.

बाजेपी शासित राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. भाजपा और कांग्रेस के अलावा आप भी चुनाव में किस्मत आजमाने की तैयारी कर रही है. गांधीनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बाजेपी कार्यकर्ताओं को ‘रेवड़ी संस्कृति' के परिणामों के प्रति चेताया और कहा कि इससे श्रीलंका जैसा आर्थिक और राजनीतिक संकट आ सकता है.

उन्होंने कहा, “देश में कुछ लोग रेवड़ी (मुफ्त चीजें) बांट रहे हैं, लेकिन गुजरात के लोगों को ऐसी रेवड़ी संस्कृति से गुमराह नहीं होना चाहिए. क्या ये लोग (आप) गुजरात को श्रीलंका बनाना चाहते हैं? हमें ऐसे लोगों को मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए.” पाटिल प्रदेश भाजपा प्रमुख बनने की दूसरी वर्षगांठ पर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा, “भाजपा कार्यकर्ता लोगों को समझाएं और उन्हें रेवड़ी संस्कृति के परिणामों के बारे में चेताएं. हम टीवी पर श्रीलंका की स्थिति देख सकते हैं जो चिंताजनक है. यह मुफ्त में चीज़ें बांटने की वजह से हुआ है. राष्ट्र प्रमुख तक को देश से भागना पड़ा.'' पाटिल ने कहा, “श्रीलंका के लोगों को खाना, दवाइयां या ईंधन तक नहीं मिल रहा है. आज हम उनकी मदद करने की स्थिति में हैं, लेकिन अगर रेवड़ी बांटने के उनके रास्ते पर चले तो हम भी उसी स्थिति में पहुंच जाएंगे. हमें गुजरात को श्रीलंका नहीं बनने देना.”

प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी ने शनिवार को वोट पाने के लिए मुफ्त में चीज़ों की पेशकश करने वाली ‘रेवड़ी संस्कृति' के खिलाफ लोगों को आगाह किया था. उन्होंने कहा था कि देश के विकास के लिए ‘रेवड़ी संस्कृति' बहुत खतरनाक हो सकती है.उन पर पलटवार करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा था कि मुफ्त बिजली, पानी, स्वास्थ्य देखभाल, विश्वस्तरीय शिक्षा देना और महिलाओं को मुफ्त यात्रा कराना राज्य की जिम्मेदारी है. उन्होंने यह भी कहा था कि दोस्तों का कर्ज माफ करना और उनके लिए हजारों करोड़ रुपये की निविदा निकालना 'मुफ्त की रेवड़ी' है.

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