सनातन धर्म उदयनिधि के बयान से शुरू हुआ विवाद अब और बढ़ता जा रहा है. उदयनिधि स्टालिन और प्रयांग खड़गे, ए राजा के बाद अब डीएमके के मंत्री पोनमुडी ने INDIA गठबंधन की मुसीबत और बढ़ा दी है. स्टालिन के मंत्री ने कह दिया है कि यह गठबंधन सनातन धर्म विरोधी है. ऐसे में बीजेपी अब INDIA और कांग्रेस पर हमलावर है. बीजेपी 2024 लोकसभा चुनाव और कई राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले इस मुद्दे को भुनाने की पूरी कोशिश कर रही है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दोनों नेताओं के बयानों को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की सोची समझी रणनीति का हिस्सा करार दिया है. साथ ही उन्होंने दोनों नेताओं के बयानों पर कांग्रेस से उसका मत स्पष्ट करने की बात कही है.
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सनातन पर उठा सवाल तो नड्डा ने मांगा जवाब
कांग्रेस अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोनिया और राहुल से सवाल किया है कि क्या संविधान में किसी भी धर्म के बारे में आपत्तिजनक बयान देने का अधिकार है. साथ ही जेपी नड्डा ने पूछा है कि क्या INDIA गठबंधन के लोगों को क्या संविधान के प्रावधानों के बारे में नहीं पता है. बता दें कि जेपी नड्डा ने कांग्रेस ने यह सवाल इसलिए किया है क्यों कि स्टालिन की पार्टी डीएमके विपक्षी गठबंधन का हिस्सा है और बयान देने वाले उदयनिधि इसी पार्टी प्रमुख के बेटे हैं और ए राजा और पोनमुडी भी इनकी ही पार्टी से हैं.. वहीं प्रियांग खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे हैं. कांग्रेस विपक्षी गठबंधन INDIA का मुख्य दल है. यही वजह है इन नेताओं की सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी को लेकर बीजेपी अध्यक्ष ने कांग्रेस पर सवाल उठाया है.
'सनातन पर आघात सोची समझी रणनीति'
जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर ट्वीट कर कहा है कि INDIA गठबंधन की मुंबई बैठक के दो दिन बाद उदयनिधि स्टालिन का बयान और फिर प्रियांक खड़गे का सनातन पर आघात और DMK के मंत्री द्वारा ये स्वीकार करना कि इस गठबंधन का गठन ही सनातन धर्म के विरोध में किया गया था. यह राहुल, सोनिया और कांग्रेस की एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है.साथ ही उन्होंने पूछा है कि क्या इस गठबंधन के लोगों को संविधान के प्रावधान नहीं पता हैं.
जेपी नड्डा ने सवाल किया कि विपक्षी गठबंधन INDIA, कांग्रेस, सोनिया और राहुल इस बात का जवाब दें कि मोहब्बत की दुकान के नाम पर सनातन धर्म के खिलाफ नफरत का सामान क्यों बेचा जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह नफरत का मेगा मॉल सिर्फ सत्ता के लिए है. इनकी नीति बांटो और राज करो की है.
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