West Bengal Assembly Election 2021 : BJP ने चुनाव आयोग (Election Commission) से कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव तय कार्यक्रम के मुताबिक ही कराया जाए.बीजेपी का कहना है कि अभी तक हुए चुनाव में 61% उम्मीदवारों को जो अधिकार मिला है, वही बाकी 39 प्रतिशत उम्मीदवारों को भी मिलना चाहिए.सबको बराबरी का मौका मिलना चाहिए. हाल ही में कई राज्यों और नगर निगमों में चुनाव हुए और कोविड के बढ़ते मामलों और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में कोई संबंध नहीं मिला. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अब तक चार चरणों का चुनाव हो चुका है.
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बीजेपी आश्वस्त करती है कि वह कोविड के सभी नियमों का पालन करेगी.गौरतलब है कि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बाकी सभी चरणों के चुनाव एक साथ कराने की मांग की थी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग से कहा था कि बढ़ते कोरोना को देखते हुए बचे चार चरणों के चुनाव एक साथ करा लिए जाएं. बंगाल के चुनाव आयोग ने बाकी बचे चरणों के चुनाव को लेकर सभी पार्टियों की राय जानी है.
बंगाल में चौथे चरण के चुनाव में हिंसा भी देखने को मिली थी, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी. तृणमूल कांग्रेस ने इसको लेकर चुनाव आयोग और सुरक्षा बलों पर ही आरोप लगाए थे. हालांकि चुनाव आय़ोग (EC) ने पहले स्पष्ट कह दिया है कि बाकी चरणों के विधानसभा चुनाव को एक साथ कराना संभव नहीं है.
दरअसल, चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के लिए आठ चरणों में विधानसभा चुनाव कराने का ऐलान किया था. बाकी चार राज्यों तमिलनाडु, केरल, पुदुच्चेरी और असम में विधानसभा चुनाव 6 अप्रैल को ही संपन्न हो गया था. बंगाल में कोरोना के लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं और रोजाना यह संख्या 6 हजार के करीब पहुंच गई है. कोलकाता हाईकोर्ट ने भी बंगाल की चुनावी रैलियों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने जैसे कोरोना के बुनियादी मानकों की उड़ती धज्जियों पर गहरी नाराजगी जताई थी. रैलियों में उमड़ती भारी भीड़ के बीच राज्य में कोरोना का कहर गहराता जा रहा है.
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