मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी वाई चंद्रचूड़ के आवास पर गणपति पूजा समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शामिल होने को लेकर पैदा विवाद के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. बीजेपी की तरफ से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इफ्तार में शामिल होने की तस्वीर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया गया है.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में आश्चर्य जताया कि सीजेआई के आवास पर एक धार्मिक आयोजन में प्रधानमंत्री के भाग लेने पर भी कुछ लोग राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इफ्तार पार्टी का आयोजन करते थे तो क्या उसमें प्रधान न्यायाधीश नहीं आते थे?उन्होंने कहा, ‘‘जब इफ्तार पार्टी में चीफ जस्टिस और प्रधानमंत्री बैठ सकते हैं, गुफ्तगू कर सकते हैं, एक टेबल पर बैठकर जब दोनों की बात हो सकती है... वह भी एक त्यौहार है, यह भी एक त्यौहार है. दोनों त्योहारों के बीच यह अंतर क्यों?''
कई विपक्षी नेताओं ने उठाया है सवाल
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने भी इस मामले पर सवाल उठाया था. उनके सवाल उठाने के बाद वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंग ने सीजेआई पर सवाल खड़ा किया. बीजेपी की तरफ से अब इस मामले में पलटवार हो रहे हैं.
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी साधा निशाना
इस पर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने विपक्ष की आलोचना पर निशाना साधते हुए कहा कि 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन शामिल हुए थे. पूनावाला ने आगे कहा कि गणेश पूजा में शामिल होना कोई अपराध नहीं है. कई अवसरों पर न्यायपालिका और राजनेता मंच साझा करते हैं. शुभ कार्यों, विवाह, कार्यक्रमों में - लेकिन अगर प्रधानमंत्री मुख्य न्यायाधीश के घर में पूजा में शामिल होते हैं, तो उद्धव सेना के सांसद मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय की ईमानदारी पर संदेह करते हैं. कांग्रेस का तंत्र सर्वोच्च न्यायालय पर उसी तरह हमला करता है जैसे राहुल गांधी ने अतीत में किया था." उन्होंने कहा कि यह "न्यायालय की शर्मनाक अवमानना और न्यायपालिका का दुरुपयोग है.
ये भी पढ़ें-: