राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को भाजपा (BJP) पर केंद्र में कांग्रेस नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार को बदनाम कर लोगों का ध्रुवीकरण करने और सत्ता पर बैठने का आरोप लगाया. अशोक गहलोत ने लोगों को सांप्रदायिक राजनीति (Communal politics) से आगाह किया और कहा कि देश तनाव, हिंसा और सांप्रदायिकता का माहौल बर्दाश्त नहीं कर सकता.
अशोक गहलोत ने कहा, "लोग उन चालों से वाकिफ हैं, जिनसे भाजपा यूपीए सरकार को बदनाम करके सत्ता में आई थी. न तो लोकपाल लागू हुआ, न काला धन वापस आया. भाजपा लोगों का ध्रुवीकरण करके और यूपीए सरकार को बदनाम करके सत्ता में आई." उन्होंने कर्नाटक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की सराहना की.
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी देश में एक इतिहास रचने जा रहे हैं, क्योंकि उनका मार्च आज देश के सामने आने वाली चुनौतियों पर केंद्रित है. उन्होंने कहा, "चुनौतियां फांसीवादी और सांप्रदायिक ताकतों से हैं. हम इस देश को नष्ट करने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों की निंदा करते हैं. आज इन ताकतों के कारण संविधान खत्म हो रहा है और लोकतंत्र खतरे में है. आज बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी से आम आदमी बुरी तरह प्रभावित है. इस स्थिति में, राहुल गांधी का संदेश देश के कोने-कोने तक पहुंच रहा है."
अशोक गहलोत ने कहा कि कोई नहीं जानता कि देश किस दिशा में जा रहा है, क्योंकि आज सांप्रदायिक राजनीति को बल मिल रहा है. राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा, "यह देश तनाव, हिंसा और सांप्रदायिकता के माहौल को बर्दाश्त नहीं कर सकता."
गहलोत ने कहा कि धर्म और जाति का राजनीतिकरण करना आसान है लेकिन नए भारत के निर्माण के लिए पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के दृष्टिकोण की जरूरत है. उन्होंने कहा कि नेहरू ने आजादी के तुरंत बाद कई बुनियादी ढांचे का निर्माण किया, जिससे देश की नींव मजबूत हुई.
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