मालेगांव विस्फोट की आरोपी और भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ( Pragya Singh Thakur) का नाम भोपाल शहरी निकाय चुनाव चयन समिति में शामिल नहीं किया गया है. अपनी टिप्पणियों से अक्सर बीजेपी के लिए मुसीबत बढ़ाने वाली प्रज्ञा ने ट्वीट किया है कि हम वहां आग जलाते हैं, जहां मरे हुए भी आग से डरते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सभी सवालों का एक ही जवाब है कि मैं पार्टी संगठन के फैसले का सम्मान करती हूं
चार दिन पहले नूपुर शर्मा का बचाव करते हुए उन्होंने ट्वीट किया था कि अगर सच बोलना बगावत है तो मैं भी बागी हूं. उसी दिन समिति की घोषणा की गई. मप्र भाजपा ने ग्वालियर-चंबल, सागर, शहडोल-रीवा, इंदौर, उज्जैन, भोपाल-नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग सहित सात संभागों में अगले महीने होने वाले शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के चयन के लिए वरिष्ठ नेताओं का चयन पैनल गठित किया. भोपाल-नर्मदापुरम मंडल (जिसमें तीन लोकसभा सीटें, भोपाल, विदिशा और होशंगाबाद शामिल हैं) के लिए एक नौ सदस्यविदिशा सीट से पहली बार सांसद बने रमाकांत भार्गव, होशंगाबाद सीट से सांसद उदय प्रताप सिंह सहित समिति का गठन किया गया, लेकिन प्रज्ञा सिंह ठाकुर को कमेटी में शामिल नहीं किया गया.
प्रज्ञा ठाकुर ने भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद सीएम दिग्विजय सिंह को 3.65 लाख से अधिक मतों से हराया था, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की देशभक्त के रूप में प्रशंसा करने सहित उनका बार-बार विवादास्पद भाषण पार्टी के शीर्ष अधिकारियों के साथ उनके संबंधों के लिए अच्छा नहीं रहा.
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