झारखंड में सियासी संकट जारी है. झारखंड मुक्ति मोर्चा की तरफ से सरकार बचाने की कवायद जारी है. इस बीच शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट किया है कि झारखंड के एक भाजपा सांसद को पता था कि राज्यपाल, सोरेन जी की अयोग्यता पर चुनाव आयोग को राय दे सकते हैं, अगस्त के आखिरी सप्ताह से पहले ही सरकार गिराने की बात वो करने लगे थे. कुछ दिन पहले कुछ विधायक पैसे के साथ पकड़े गए थे. प्रक्रियाओं की अवहेलना को लेकर बीजेपी सफाई देना भी उचित नहीं समझती है.
गौरतलब है कि प्रियंका चतुर्वेदी का हमला बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और अन्य नेताओं के ट्वीट को लेकर है. जिसमें कुछ दिन पहले ही चुनाव आयोग के फैसलों को लेकर उनकी तरफ से जानकारी दी गयी थी. बताते चलें कि बीजेपी के गोड्डा से सांसद दुबे राज्य के हेमंत सोरेन सरकार पर लगातार हमलावर रहे हैं.
इधर झारखंड में चर्चा है कि सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों को जरूरत पड़ने पर पश्चिम बंगाल या छत्तीसगढ़ जैसे "मित्र राज्यों" में स्थानांतरित करने की तैयारी की गई है. ऐसा भाजपा के डर से किया जा रहा है. एक कांग्रेस नेता ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया था कि "हमारे गठबंधन के विधायकों को छत्तीसगढ़ या पश्चिम बंगाल में भेजे जाने की सभी व्यवस्थाएं की गई हैं. दोनों गैर-भाजपा सरकारों द्वारा संचालित हैं. तीन लग्जरी बसें विधायकों को सड़क मार्ग से पहुंचाने के लिए रांची पहुंच गई हैं. कुछ एस्कॉर्ट वाहन भी होंगे."
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