बीजेपी ने शनिवार को राजस्थान के उदयपुर में बीते दिनों दर्जी की निर्मम हत्या में शामिल हत्यारों में से एक के साथ संबंधों की चर्चा का खंडन किया. दरअसल, हत्या के बाद जारी विवाद के बीत राज्य की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस ने सोशल मीडिया एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसमें हत्या में शामिल एक आरोपी बीजेपी नेता के साथ दिख रहा था. पूरे मामले पर पीसी कर राजस्थान बीजेपी के अल्पसंख्यक शाखा के प्रमुख सादिक खान ने कहा, "हमारा किसी भी आरोपी से कोई संबंध नहीं है. ऐसी जघन्य हत्या राजस्थान में कांग्रेस सरकार की विफलता है."
कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया गंभीर आरोप
कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक "बीजेपी सदस्य" है. आरोप लगाते हुए पार्टी ने पूछा कि क्या केंद्र ने मामले को रफादफा करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को स्थानांतरित कर दिया था? बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने उदयपुर की घटना के संबंध में एक मीडिया समूह के बहुत सनसनीखेज खुलासे का हवाला दिया, जिसने रियाज अटारी के साथ बीजेपी के संबंधों को दिखाया है. हालांकि, दावों को बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने "फर्जी खबर" के रूप में खारिज कर दिया.
उन्होंने ट्वीट किया, "मुझे आश्चर्य नहीं है कि आप #FakeNews चला रहे हैं. उदयपुर के हत्यारे बीजेपी के सदस्य नहीं थे. उनकी घुसपैठ की कोशिश हत्यारे की राजीव गांधी को मारने के लिए कांग्रेस में प्रवेश करने के प्रयास की तरह थी." गौरतलब है कि 48 साल के कन्हैया लाल की मंगलवार को दो लोगों ने हत्या कर दी थी. अपराधियों ने हत्या का वीडियो भी बनाया था, जिसे उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया था.
आरोपियों ने नरेंद्र मोदी को दी थी धमकी
वहीं, बाद में हत्यारोपी रियाज़ अख्तरी और ग़ौस मोहम्मद ने एक और वीडियो डाला जिसमें उन्होंने हत्या करने की बात कबूली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगला निशाना बनाने की धमकी भी दी. फिलहाल दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके अतिरिक्त पांच अन्य को हिरासत में लिया गया है. दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
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