कांग्रेस के समर्थक धर्मगुरु और इत्तेहाद मिल्लत कौंसिल के अध्यक्ष तौकीर रज़ा खान का वीडियो आने से उत्तर प्रदेश की सियासत में उबाल आ गया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP)बीजेपी ने कांग्रेस पर कट्टरपंथियों को समर्थन देने का आरोप लगा है. रज़ा का करीब एक मिनट का वीडियो दिखाकर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आधे घंटे की प्रेस कान्फ्रेंस करके कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. संबित पात्रा ने कहा, ' कांग्रेस ने यूपी में तौकीर रजा जैसों से समर्थन लिया, PFI से समर्थन लिया और पश्चिम बंगाल में हिन्दुओं से खिलाफ ज़हर उगलने वालों से समर्थन लिया.'
तौकीर रजा का सियासी महत्व और इस कथित हेट स्पीच की असलियत जानने हम बरेली पहुंचे.दरअसल, हरिद्वार की धर्म संसद के खिलाफ आला हज़रत बरेली शरीफ के मौलाना और इत्तेहाद मिल्लत कौंसिल पार्टी के अध्यक्ष तौकीर रजा ने 7 जनवरी को बरेली में सभा करके भाषण दिया. अब वो कह रहे हैं कि अगर उनके 35 मिनट के भाषण में कुछ भी गलत हो तो वे पूरे देश से माफी मांगने को तैयार हैं.' यही नहीं, उन्होंने अपने 35 मिनट के भाषण की रिकार्डिंग भी बरेली पुलिस को दी है.
मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा, 'मेरे 35 मिनट के भाषण में कुछ भी गलत हो तो मैं माफी मांगने को तैयार हूं. मैंने कहा था कि मेरे नौजवानों को हथियार देकर ट्रेनिंग दो. हम लोग चीन से लड़कर मानसरोवर को वापस लेंगे, हिन्दू भाईयों को देंगे.'गौरतलब है कि तौक़ीर रज़ा, इससे पहले कांग्रेस और फिर सपा को समर्थन दे चुके हैं लेकिन इस बार वे अखिलेश यादव से नाराज होकर कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं. पिछली बार के विधानसभा चुनाव में बरेली की सभी 9 विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. जानकार मानते हैं कि बरेली में तौकीर रज़ा के इस वीडियो से ध्रुवीकरण की प्रक्रिया तेज हो सकती है. स्थानीय पत्रकार रनदीप सिंह कहते हैं, 'तौकीर रजा को मानने वाले काफी मुस्लिम मतदाता हैं, इसलिए इनकी अपील का असर बरेली के सभी 9 विधानसभा मे है, 8 से 10 हजार वोट इनके कहने पर इधर से उधर हो सकता है.' हालांकि यह सवाल अहम है कि 7 जनवरी को दिए गए भाषण में से एक मिनट का ये वीडियो 12 दिन बाद क्यों चर्चा का विषय बना है.