डीएमके नेता दयानिधि मारन का एक वीडियो विपक्ष के इंडिया गठबंधन की एकता में परेशानी खड़ी कर सकता है. डीएमके के सूत्रों का दावा है कि यह वीडियो पुराना है. यह वीडियो ऐसे समय में चर्चा में है जब कुछ ही महीने बाद लोकसभा चुनाव है और इंडिया गठबंधन इस चुनाव में एकजुट होकर बीजेपी से मुकाबले की तैयारी कर रहा है.
वीडियो जिसकी प्रामाणिकता एनडीटीवी सत्यापित नहीं कर सकता, में डीएमके सांसद दयानिधि मारन केवल हिंदी पढ़ने वालों के लिए नौकरी की संभावनाओं की तुलना अंग्रेजी जानने वालों से करते हुए सुने जा सकते हैं. मारन कहते हैं कि जो लोग बिहार में केवल हिंदी पढ़ते हैं वे तमिलनाडु में "घर बनाते हैं" और "टॉयलेट साफ करते हैं."
मारन वीडियो में कह रहे हैं कि, "सिर्फ इसलिए कि वे (यहां के लोग) अंग्रेजी पढ़ते हैं, आज वे आईटी कंपनियों में मोटी सैलरी पाते हैं. वे 'हिंदी-हिंदी' कहते हैं. आप अच्छी तरह से जानते हैं कि बिल्डिंगें कौन बनाता है. जो लोग बिहार में केवल हिंदी पढ़ते हैं वे तमिलनाडु में हमारे लिए घर बनाते हैं, सड़कों पर झाड़ू लगाते हैं, टॉयलेट साफ करते हैं.'' यह वीडियो अब वायरल हो गया है.
इस मामले में बातचीत के लिए मारन से संपर्क नहीं हो सका, लेकिन डीएमके के सूत्रों ने दावा किया है कि यह एक पुराना वीडियो था जिसे बीजेपी ने दोबारा प्रसारित किया है. डीएमके के सूत्रों ने कहा कि बाढ़ राहत कोष की मांग को लेकर तमिलनाडु सरकार के साथ टकराव के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की आलोचना से ध्यान हटाने के लिए बीजेपी ने वीडियो को दोबारा प्रसारित किया है.
तमिलनाडु में हिंदी थोपना एक भावनात्मक मुद्दा है और डीएमके दक्षिणी राज्य में हिंदी थोपने के कथित प्रयासों के खिलाफ आंदोलन में सबसे आगे रही है.
दयानिधि मारन के वीडियो ने राजनीतिक विवाद शुरू कर दिया है. बिहार में बीजेपी और इंडिया गठबंधन की सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेताओं ने मारन की आलोचना की है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मारन की टिप्पणी की निंदा की. उन्होंने मीडिया से कहा, "यह निंदनीय है. दूसरे राज्यों के नेताओं को, चाहे वे किसी भी पार्टी के हों, ऐसी टिप्पणी करने से बचना चाहिए. यह देश एक है. हम दूसरे राज्यों के लोगों का सम्मान करते हैं और यही उम्मीद करते हैं. ऐसी टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए."
केंद्रीय मंत्री और बिहार के बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने डीएमके नेता के वायरल वीडियो पर नाराजगी जताई है. सिंह ने इस अवसर का उपयोग करते हुए डीएमक के साथ-साथ उसकी सहयोगी कांग्रेस पर भी तीखा हमला किया. उन्होंने कहा, "कांग्रेस और डीएमके की भाषा देश को तोड़ने वाली भाषा है. बिहार के लोग जहां भी जाते हैं, कड़ी मेहनत करते हैं. वे उस राज्य के विकास में योगदान देते हैं. आत्मसम्मान के साथ काम करना कोई अपराध नहीं है. "
गिरिराज सिंह ने डीएमके पर देश का अपमान करने का आरोप लगाया. उन्होंने सनातन धर्म पर उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणियों का जिक्र किया, जिससे बड़ा विवाद खड़ा हो गया था. उन्होंने कहा कि, "उन्होंने पहले भी ऐसा किया है. उन्होंने सनातन को खत्म करने की बात कही थी, अब वे मजदूरों को निशाना बना रहे हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.. और राहुल गांधी को ऐसी टिप्पणियों से आनंद मिलता है."
भाजपा नेता अमित मालवीय ने वीडियो साझा करते हुए कहा कि राहुल गांधी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या डीएमके नेता की टिप्पणी उनकी पार्टियों की स्थिति के अनुरूप है.