बिहार में पकड़ौआ विवाह का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक समस्तीपुर जिले में एक रेलकर्मी की जबरदस्ती पकड़कर शादी करवा दी गई. पीड़ित प्रमोद कुमार सहनी ने कुछ दिनों पहले ही रेलवे की परीक्षा में सफलता हासिक कर नौकरी प्राप्त की थी. रेलवे में नौकरी लगने के साथ ही युवक अपनी प्रेमिका को भूल गया जबकि दोनों में दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था. प्रेमिका ने पहले युवक को मिलने बुलाया और फिर उसके परिजन लड़के को विद्यापतिधाम मंदिर ले गए जहां पांच घंटे तक युवक की लोगों ने लड़के को समझाया.
समस्तीपुर में कराया गया पकड़ौआ विवाह
जानकारी के मुताबिक युवक समस्तीपुर जिले के ताजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत चकसिकंदर गांव निवासी प्रमोद कुमार सहनी है और उसकी प्रेमिका समस्तीपुर जिले के ही हलई थाना अंतर्गत दरवा गांव निवासी रौशनी कुमारी है. दोनों आपस में दूर के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं. दोनों का पिछले दो सालों से प्रेम प्रंसग चल रहा था लेकिन लड़के का कहना है कि ऐसा नहीं है. लड़के का कहना है कि दूर के रिश्तेदार होने के कारण उनकी कभी-कभी बातचीत होती थी.
नौकरी लगने के बाद लड़के ने शादी करने से कर दिया था मना
उधर लड़की के परिजनों के अनुसार, नौकरी लगने के पूर्व युवक रौशनी से विवाह करने के लिए तैयार था, परंतु रेलवे में चतुर्थ वर्गीय कमी के रूप में भुवनेश्वर में नौकरी मिलने के बाद उसने अपना सुर बदल लिया. वह शादी की बात से मुकरने लगा. वह कभी दहेज में 10 लाख रुपये की मांग करता था तो कभी शादी करने से ही इनकार कर रहा था. इसके बाद लड़के को मिलने के लिए लड़की ने विद्यापतिधाम मंदिर में बुलाया जहां पहले से दुल्हन के भेष में तैयार प्रेमिका और उसके परिजनों ने उसे पकड़कर उसका पकड़ौआ विवाह करा दिया.
रौशनी और प्रमोद ने शादी को लेकर कही ये बात
इस बारे में बात करते हुए लड़की रौशनी ने बताया, "हम दो साल से रिश्ते में थे लेकिन नौकरी लगने के बाद वह तिलक में 10 लाख रुपये और बुलेट की मांग कर रहा था. कभी वो शादी के लिए मना कर रहा था लेकिन अब वह मान गया है." वहीं लड़के प्रमोद ने कहा, "हमें यहां झूठ बोलकर लाया गया था और लड़की के प्रेम प्रसंग के दावे को भी लड़के ने झूठा बताया. प्रमोद ने कहा कि कभी-कभी बात होती थी लेकिन इसका मतलब ये नहीं था कि हम रिलेशनशिप में हैं." (अविनाश कुमार की रिपोर्ट)