- बिहार विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने मतदान दो चरणों में 6 और 11 नवंबर 2025 को करने का निर्णय लिया है.
- NDA ने चुनाव प्रचार के लिए रणनीतिक बैठकों के माध्यम से प्रचार अभियान की रूपरेखा अंतिम रूप दी है.
- प्रधानमंत्री मोदी राज्य में दस चुनावी रैलियां करेंगे और अन्य शीर्ष नेता भी कई सभाओं को संबोधित करेंगे.
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का आधिकारिक ऐलान होते ही राज्य में राजनीतिक सरगर्मी अपने चरम पर पहुंच गई है. निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद सभी राजनीतिक दल तत्काल प्रभाव से चुनावी मोड में आ गए हैं और अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं. नेताओं ने अब जमीनी स्तर पर चुनाव प्रचार की तैयारी शुरू कर दी है.
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (यू) (जदयू) ने अपने प्रचार अभियान की रूपरेखा तय कर ली है, जिसके तहत गठबंधन एक मजबूत संदेश देने के लिए निरंतर रणनीतिक बैठकों में जुटा हुआ है. भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में 10 चुनावी रैलियां करेंगे, जिनकी संख्या जरूरत पड़ने पर बढ़ाई जा सकती है. इसके अलावा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा भी 25-25 चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे, जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीमांचल क्षेत्र में 10 रैलियां करेंगे.
वहीं, जदयू की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 10 अक्टूबर के बाद प्रतिदिन चार रैलियां करेंगे और प्रधानमंत्री मोदी की जनसभाओं में उनके साथ मंच साझा करेंगे.
इस बीच, निर्वाचन आयोग ने भी चुनाव की तैयारियाँं पूरी कर ली हैं; आयोग के अधिकारियों ने 4 और 5 अक्टूबर को राज्य का दौरा कर सुरक्षा और लॉजिस्टिक्स की समीक्षा की, और स्पेशल इंटेन्सिव रिवीजन (SIR) के तहत मतदाता सूची में संशोधन की प्रक्रिया पूरी कर ली है. आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार, 243 विधानसभा सीटों पर मतदान दो चरणों में होगा—पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर 2025 को, जिसकी मतगणना 14 नवंबर को होगी.