- प्रधानमंत्री मोदी बिहार चुनाव में बीजेपी और एनडीए की बंपर जीत के बाद नई दिल्ली में गमछा लहराकर अभिवादन किया
- इससे पहले मुजफ्फरपुर में चुनाव प्रचार के दौरान भी प्रधानमंत्री ने हेलीकॉप्टर से उतरते हुए गमछा लहराया था
- पीएम मोदी ने गमछा लहराकर एक तरह से मेहनतकश किसानों और मजदूरों से अपने जुड़ाव का संदेश दिया है
बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी और एनडीए की प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय पहुंचे तो देखने लायक नजारा था. मोदी-मोदी के नारों के बीच प्रधानमंत्री ने कार से उतरते ही गमछा लहराकर लोगों का अभिवादन किया. इससे पहले चुनाव प्रचार के दौरान मुजफ्फरपुर में मोदी ने गमछे को हवा में लहराया था. इसका वीडियो तब खूब वायरल हुआ था. इससे पहले भी कई मौकों पर वह गमछा लहराकर संदेश दे चुके हैं.
प्रधानमंत्री मोदी का गमछा लहराना दरअसल एक बड़े राजनीतिक संदेश की तरह है. गमछे को मेहनतकश लोगों की पहचान माना जाता है. बिहार में इसे किसानों और मजदूर वर्ग का प्रतीक माना जाता है. खेतों में काम करने वाले और तपती धूप में रोजगार की तलाश में निकलने वालों की पहचान इससे जुड़ी होती है.
पीएम मोदी गमछे को लहराकर न सिर्फ भीड़ का अभिवादन करते हैं बल्कि यह संदेश भी देते हैं कि वह जमीन से जुड़े नेता हैं और किसानों-मजदूरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं.
31 अक्तूबर को मुजफ्फरपुर में रैली करने गए पीएम मोदी ने हेलीकॉप्टर से उतरकर गमछा लहराया था. मधुबनी प्रिंट वाले गमछे को उन्होंने करीब 30 सेकंड तक लहराया था. इसका वीडियो भी खूब वायरल हुआ था.
उससे पहले अगस्त के महीने में इससे पहले अगस्त महीने में पीएम मोदी ने औंता-सिमरिया पुल के उद्घाटन के दौरान भी गमछा लहराकर लोगों का अभिवादन किया था.
बिहार में बीजेपी और एनडीए की प्रचंड जीत को लेकर पीएम मोदी के आने से पहले ही दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पर जबरदस्त जोश का माहौल था. पीएम मोदी जब बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ वहां पहुंचे तो उन्होंने गमछा लहराकर बंपर जीत के जोश का इजहार किया. पीएम मोदी को गमछा हिलाते देख वहां मौजूद कई लोग भी गमछा हिलाते नजर आए.














