किसी भी स्थान पर सीएम या मंत्री के दौरा करने के समय अफसर वहां की व्यवस्था को चाकचौबंद कर देते हैं और दौरा खत्म होते ही हालात फिर पहले जैसे हो जाते हैं. बिहार के सीएम नीतीश कुमार के हाजीपुर में एक सामुदायिक भोजनालय के वर्चुअल दौरे के दौरान कुछ ऐसा ही हुआ. सोमवार को सीएम नीतीश कुमार को जब सामुदायिक भोजनालय का वर्चुअल दौरा करना था तो कितना और कैसा इंतज़ाम किया और अगले दिन व्यवस्था कैसी हो गई. गौरतलब है कि सीएम को खुश करने के लिए जिला प्रशासन ने इस सामुदायिक किचन में जककर सजावट की थी.ऐसा लग रहा था कि सामुदायिक भोजनालय में सारी व्यवस्था बहुत की शानदार है, लोगों को बैठने के लिए शानदार कुर्सियां नजर आ रही थी और साफ सफाई का नजर आ रही थी. लेकिन मंगलवार को यह व्यवस्था पुराने ढर्रे पर लौट आई. पहले की तरह अव्यवस्था ने यहां साम्राज्य स्थापित कर लिया. शाम को तो सामुदायिक किचन में इतने सारे लोग इकट्ठे हो गए कि सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ने लगीं.
'सब बढ़िया है'- CM नीतीश कुमार के वर्चुअल दौरे के पहले लोगों को पट्टी पढ़ाते दिखे अधिकारी
गौरतलब है कि हाजीपुर में जिस सामुदायिक किचन का नीतीश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वर्चुअल दौरा करने वाले थे, वहां सुबह से ही जबरदस्त इंतजाम दिखा था. बैनर-पोस्टर, साफ-सफाई से लेकर हर इंतजाम चकाचक किया गया. पूरा प्रशासनिक अमला सुबह से ही किचन केंद्र पर जमा था. लेकिन CM के वर्चुअल दौरे से ठीक पहले हाजीपुर के इस सामुदायिक किचन केंद्र पर एक तस्वीर कैमरे में कैद हुई जो बताता है कि सरकार को फील गुड कराने के लिए स्थानीय स्तर पर अधिकारी किस तरह सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं. किचन में मिलने वाले खाने में या फिर किसी अन्य बात की कोई शिकायत न हो इसके लिए अधिकारी खाना खाने वाले लोगों को समझाते दिखे थे कि CM साहब से बात हो तो उन्हें क्या कहना है, कैसे कहना है. हालांकि बाद में सामुदायिक किचन की हालत फिर पुराने ढर्रे पर आ गई.