बिहार में जातीय गणना का दूसरा दौर आज से, CM नीतीश कुमार ने भी दिए इन सवालों के जवाब

बिहार में जातियों की अब संख्या के रूप में कोड के आधार पर पहचान की जाएगी. प्रत्येक जाति को 15 अप्रैल से 15 मई तक जाति आधारित गणना के महीने भर चलने वाले दूसरे चरण के दौरान उपयोग के लिए एक संख्यात्मक कोड दिया गया है.

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
बिहार में 7 जनवरी से शुरू हुई गणना की कवायद मई 2023 तक पूरी हो जाएगी
पटना:

बिहार में जातीय गणना का दूसरा दौर आज से शुरू हो रहा है. इसकी शुरुआत के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपने घर बख्तियारपुर गए , जहां उन्‍होंने खुद स्थानीय निवासी के रूप में सभी आंकड़े दर्ज कराए. दूसरे चरण की गणना का काम 15 मई तक चलेगा, जिस दौरान चिन्हित दो करोड़ 88 लाख परिवार के लोगों का पूरा ब्‍यौरा साढ़े तीन लाख सर्वे में लगे लोग इकट्ठा करेंगे. इस दौरान लोगों से नाम, लिंग, आयु, शिक्षा समेत कुल 18 सवाल पूछ जाएंगे. 

बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने जातिगत गणना और सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट बिहार विधान सभा के दोनों सदनों में रखने को घोषणा की है.

Advertisement

नीतीश कुमार ने जनगणना से जुड़े अधिकारी को बख्तियारपुर में अपने परिवार के सदस्‍यों के बारे में जानकारी दी और आंकड़े दर्ज कराए. 

Advertisement
Advertisement

बिहार में जातियों के लिए कोड
बिहार में जातियों की अब संख्या के रूप में कोड के आधार पर पहचान की जाएगी. प्रत्येक जाति को 15 अप्रैल से 15 मई तक जाति आधारित गणना के महीने भर चलने वाले दूसरे चरण के दौरान उपयोग के लिए एक संख्यात्मक कोड दिया गया है. सात जनवरी से शुरू हुई गणना की कवायद मई 2023 तक पूरी हो जाएगी. राज्य सरकार इस कवायद के लिए अपने आकस्मिक निधि से 500 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इस सर्वेक्षण का दायित्व सामान्य प्रशासन विभाग को सौंपा गया है.

Advertisement

ये भी पढ़ें:-
एंटीगुआ-बारबुडा कोर्ट ने मेहुल चोकसी के पक्ष में सुनाया फैसला, अब भारत लाना हुआ मुश्किल!
"जब तक BJP की विचारधारा से नहीं लड़ेंगे..." नीतीश की विपक्ष को एकजुट करने की कवायद पर असदुद्दीन ओवैसी

Featured Video Of The Day
Top News April 7: Prayagraj में गाजी मियां की दरगाह पर भगवा झंडा, हंगामा | Ram Navami 2025 | Sambhal
Topics mentioned in this article