- BPSC के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी पिछले कई दिनों से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच, रविवार को प्रदर्शन के दौरान पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच झड़प हुई, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया.
- विवादों में आने पर क्या बोले प्रशांत किशोर: छात्रों के इस प्रदर्शन में जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर भी पहुंचे थे. इस मामले में खुद को विवादों में आता देख प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं गांधी मैदान से नहीं भागा. पुलिस ने बर्बरता से लाठीचार्ज किया. मेरे हटने के बाद लाठीचार्ज हुआ है. छात्रों की तरफ से कोई गलती नहीं हुई है. हम पुलिस पर FIR दर्ज करेंगे. छात्रों ने कोई तोड़-फोड़ नहीं की है.
- रविवार को प्रदर्शन में शामिल हुए थे प्रशांत किशोर: किशोर रविवार को प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और करीब एक घंटे बाद वहां से चले गए. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वह ‘‘निजी दौरे पर दिल्ली तो चले गए हैं, लेकिन उनके पास अपने राज्य के युवाओं के लिए समय नहीं है.''किशोर ने अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए यह सुझाव दिया कि छात्र ‘‘सौ-सौ की संख्या में अनशन पर बैठें ताकि कम लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़े.''
- प्रशांत किशोर ने की ये 5 मांग: प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारी पहली मांग है कि रिएग्जाम कराया जाए. दूसरी मांग है कि जो अनियमितता हुई है, उसकी जांच होनी चाहिए. तीसरी मांग ये है कि सोनू यादव जिसने आत्महत्या की है, उसके परिवार को कम से कम 10 लाख की आर्थिक मदद मिले. चौथी मांग ये है कि जिन पर आपराधिक मुकदमे दर्ज किए गए हैं. उन पर से मुकदमे वापस लिए जाए. हमारी पांचवी मांग ये है कि जिन्होंने बच्चों पर लाठीचार्ज किया है, उन पर कार्रवाई हो.
- BPSC के खिलाफ छात्रों का चक्का जाम: सोमवार को कई छात्र संगठनों ने चक्का जाम की घोषणा की है. इस घोषणा के बाद सोमवार को छात्र संगठन के लोग सड़कों पर उतरे, जिससे यातायात पर असर देखा जा रहा है. अरवल में चक्का जाम समर्थक सोमवार की सुबह सड़क पर उतर गए और सड़क जाम कर दिया. पटना में लाठी चार्ज के खिलाफ लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया और जाम लगा दिया. इस बंद में अभ्यर्थियों के अभिभावक भी सड़क पर उतरे.
- बिहार में चक्का जाम का क्या असर: प्रदर्शनकारियों ने भगत सिंह चौक पर पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और यातायात को पूरी तरह बाधित कर दिया, जिससे पटना औरंगाबाद एनएच 139 और अरवल -जहानाबाद एनएच 110 पर यातायात ठप हो गया. बंद समर्थकों ने प्रश्नपत्र लीक होने की जांच की मांग की है. प्रदर्शनकारियों ने का कहना है कि संयुक्त छात्र मोर्चा ने चक्का जाम की घोषणा की है और हम आम लोग भी सड़क पर उतरे हैं.
- पुलिस का छात्रों पर लाठीचार्ज: रविवार को जब अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, तब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. इसी दौरान झड़प हुई और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई. पुलिस ने लाठीचार्ज और ठंड में पानी की बौछार का इस्तेमाल किया. अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा रद्द कर पुनर्परीक्षा की मांग कर रहे हैं.
- छात्रों की प्रमुख मांग क्या है? छात्र पूरी परीक्षा को रद्द कर फिर से परीक्षा आयोजित करने की मांग कर रहे हैं. नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए और इसका गणितीय मॉडल सार्वजनिक करने की मांग छात्रों की है. पेपर लीक के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग छात्र करते रहे हैं. छात्रों पर लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग छात्र कर रहे हैं.
- आखिर क्यों विवादों में BPSC: 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा, जो 13 दिसंबर 2024 को आयोजित हुई थी. उसी को लेकर विवाद देखने को मिल रहा है. पटना के बापू सभागार में आयोजित परीक्षा में प्रश्न पत्र वितरण में देरी और पेपर लीक के आरोपों के चलते परीक्षार्थियों ने हंगामा किया और सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में अनियमितताएं हुई हैं, प्रश्न पत्र स्तरहीन थे, और कुछ प्रश्न निजी कोचिंग संस्थानों के मॉडल प्रश्न पत्रों से मेल खाते थे. वे पूरी परीक्षा रद्द कर पुनः आयोजित करने की मांग कर रहे हैं.
- इस मामले में पुलिस का क्या एक्शन: प्रशांत किशोर, उनकी पार्टी के अध्यक्ष समेत 600-700 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि प्रदर्शनकारियों ने शाम को मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने की कोशिश की. प्रदर्शनकारियों में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी शामिल थे.
Featured Video Of The Day
Iran Israel War BIG BREAKING: इजरायल का ईरान में हमला | Israel Strikes Iran | Iran vs Israel