रामनवमी के मौक़े पर बिहार में बिहारशरीफ़ और सासाराम में हिंसा का मामला गरमाया हुआ है. आज बिहार विधानसभा में बीजेपी ने जमकर हंगामा किया. स्पीकर के शांत कराने पर भी विधायकों का हंगामा जारी रहा. इसके बाद बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा को मार्शल ने उठाकर बाहर किया. वो बिहार में हुई हिंसा पर बोल रहे थे. मार्शलों द्वारा विधानसभा से बाहर ले जाने पर बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा ने कहा, "ये व्यवहार हो रहा है विपक्ष के साथ. बिहार में जो दंगा हुआ, जो हिंदुओं पर अत्याचार हुआ. हिंदुओं के रामनवमी जुलूस पर, पत्थर बाजी हुई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सदन में आकर जवाब देने को कहा, तो आसन ने एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए मार्शल आउट करने का काम किया. लोकतंत्र आज शर्मसार हो गया."
बता दें कि 30 मार्च और 31 मार्च को बिहारशरीफ़ और सासाराम में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गयी थी, जिसके बाद वाहनों, घरों और दुकानों को आग लगा दी गई थी और कई लोग इसमें घायल हो गए. बिहार पुलिस ने दोनों शहरों में सांप्रदायिक तनाव के सिलसिले में (सोमवार तक) 173 लोगों को गिरफ्तार किया. शनिवार और रविवार को झड़पों के बाद राज्य प्रशासन ने दोनों जिलों में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी.
ओवैसी ने बिहार CM पर साधा निशाना
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार की जद(यू)-राजद सरकार और पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर हाल में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा की घटनाओं को रोकने में विफल रहने का मंगलवार को आरोप लगाया. ओवैसी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा और कहा कि ऐसी घटनाओं की आशंका के बारे में खुफिया रिपोर्ट मिलने के बावजूद वे हिंसा रोकने में विफल रहे. हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा, "जहां कहीं भी हिंसा होती है, जिम्मेदारी संबंधित राज्य सरकारों की होती है। साथ ही जुलूस के आयोजकों की भी जिम्मेदारी होती है."
बिहार विधानसभा में विपक्ष का हंगामा
इससे पहले मंगलवार को बिहार विधानसभा में सासाराम और बिहारशरीफ में हुए दंगों को लेकर विपक्षी भाजपा के हंगामे के कारण सोमवार को सदन की कार्यवाही ठप रही. बिहार विधानसभा की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होने पर प्रतिपक्ष के नेता और अन्य भाजपा सदस्य अपनी सीट से खड़े होकर रामनवमी उत्सव के दौरान बृहस्पतिवार शाम से शुरू हुए दंगों का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि इसी कारण केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को रविवार को सासाराम की अपनी यात्रा रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा था.