दूसरों को चुनाव जिताने वाले पीके खुद क्यों हारे? पवन वर्मा ने दिया जवाब

चुनाव रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर की बनाई जन सुराज पार्टी को 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ा झटका लगा. जेएसपी के अधिकतर उम्मीदवारों को कुल डाले गए मतों के 10 प्रतिशत से भी कम वोट मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में 238 सीटों पर लड़ने के बावजूद कोई भी सीट नहीं जीती
  • अधिकांश जेएसपी उम्मीदवारों को कुल मतों के दस प्रतिशत से कम वोट मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई
  • पार्टी नेता पवन वर्मा ने कहा कि चुनाव परिणाम पार्टी नेतृत्व के लिए एक अप्रत्याशित झटका साबित हुए हैं
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:

बिहार चुनाव में ‘एक्स फैक्टर' कही जाने वाली पूर्व चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (जेएसपी) 238 सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद 243 सदस्यीय विधानसभा में अपना खाता भी नहीं खोल पाई. जेएसपी के अधिकतर उम्मीदवारों को कुल डाले गए मतों के 10 प्रतिशत से भी कम वोट मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई. इस प्रदर्शन पर हैरानी जताते हुए पार्टी नेता पवन वर्मा ने कहा कि ये नतीजे पार्टी नेतृत्व के लिए एक झटका है.

पवन वर्मा ने एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "हम सभी हैरान हैं. पदयात्रा के दौरान, बड़ी संख्या में लोग शामिल होते थे. हमें आश्चर्य है कि इसका असर नतीजों पर नहीं पड़ा. हमारे विषय प्रासंगिक थे. हमारे मुद्दे बाद में चुनावी मुद्दे बन गए."

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मतदाताओं से अपने बच्चों के लिए मतदान करने का आह्वान, जन सुराज के चुनावी नारे जैसा ही था. यही जन सुराज का मूलमंत्र था. वर्मा ने कहा कि पार्टी अपनी विचारधारा के लिए संघर्ष जारी रखेगी और भविष्य की रणनीति पार्टी संस्थापक प्रशांत किशोर तय करेंगे.

पूर्व राजनयिक ने कहा, "प्रशांत किशोर ने बिहार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता सार्वजनिक रूप से व्यक्त की है. नई पार्टियों के लिए स्थापित पार्टियों से मुकाबला करना आसान नहीं है. नतीजे अभी आए हैं. पार्टी इस पर विचार करेगी. लड़ाई की रणनीति प्रशांत किशोर खुद बताएंगे. प्रयास में कोई कमी नहीं है, हमारी सोच सही है और हमारी नीयत साफ है. नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं हैं."

चुनाव रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर की बनाई जन सुराज पार्टी को 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ा झटका लगा. पार्टी जोरदार प्रचार अभियान तथा बेरोजगारी, पलायन और उद्योगों की कमी जैसे ज्वलंत मुद्दों को उठाने के बावजूद अपने पक्ष में वोट जुटाने में विफल रही. कई सीटों पर जेएसपी उम्मीदवारों के वोटों की संख्या नोटा से भी कम रहे.

गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने पहले दावा किया था कि उनकी पार्टी 150 सीट जीतेगी, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि सीटों की संख्या में या तो पार्टी शीर्ष पर होगी या सबसे निचले पायदान पर, लेकिन बिहार चुनाव में कोई बीच का रास्ता नहीं है.

Advertisement

ये भी पढ़ें: वोट चोरी अब कोई मुद्दा नहीं, बिहार चुनाव में नीतीश कुमार थे 'एक्स' फैक्टर: पवन वर्मा

Featured Video Of The Day
Bihar Election Result 2025: लालू परिवार में मार? | Syed Suhail | Bharat Ki Baat Batata Hoon