प्रदेश में शिक्षक भर्ती पेपर लीक का मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को राजस्थान एटीएस-एसओजी ने बेंगलुरु एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम करीब साढ़े छह बजे गिरफ्तार कर लिया है. भूपेंद्र पर एक लाख का इनाम घोषित है. महानिदेशक पुलिस उमेश मिश्रा ने पेपर लीक के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण की गिरफ्तारी पर एडीजी एसओजी अशोक राठौड़, उदयपुर एसपी विकास शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण धर्मेन्द्र सिंह सहित पूरी टीम को बधाई दी. उन्होंने बताया कि टीम की हौसला अफजाई के लिए इस टीम में शामिल पुलिस कर्मियों को पुलिस मुख्यालय बुलाकर विशेष रूप से पुरस्कृत किया जाएगा.
एसओजी-एटीएस एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि बुधवार दोपहर में भूपेंद्र सारण की गतिविधि की पुख्ता जानकारी मिली थी. उदयपुर में भूपेंद्र सारण के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था. इसी मामले में वह फरार चल रहा था. उदयपुर जिले के पुलिस दल को भी इस ऑपरेशन में शामिल किया था.
भूपेन्द्र सारण अहमदाबाद से फ्लाइट लेकर बेंगलुरु आया था. एसओजी के पास पुख्ता जानकारी थी कि आरोपी अहमदाबाद से बेंगलुरु जा रहा है. इसी आधार पर टीम को एयरपोर्ट भेजा गया था. आरोपी इस दौरान जालोर, बीकानेर, बाड़मेर भी कई बार जा चुका है. भूपेंद्र सारण साल 2011 में जीएनएम भर्ती पेपर आउट प्रकरण और वर्ष 2022 में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में भी शामिल था. वह जेल भी जा चुका है. पुलिस जयपुर से भूपेंद्र सारण की गर्लफ्रेंड और पत्नी को गिरफ्तार कर चुकी है.
पुलिस पूछताछ में सारण ने बताया कि उदयपुर में पुलिस एक्शन होने के बाद उसने जयपुर छोड़ा और दिल्ली चला गया. फिर वह अपने परिचित के यहां अहमदाबाद निकल गया. करीब 25 दिन वह अमहदाबाद रहा. इसके बाद वह राजस्थान लौट आया. यहां जालोर, बीकानेर, बाड़मेर, अजमेर, फागी में कुछ दिनों तक रुका. गिरफ्तारी के डर से वह दोबारा से अहमदाबाद भाग गया व 28 दिन अहमदाबाद में रहा. उन्होंने बताया कि पिछले 6 दिनों से पुलिस बेंगलुरु में कैंप कर रही थी.
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