कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज केंद्र सरकार और मेघालय सरकार से कई सवाल पूछे. भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra ) के दौरान मेघालय में एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कु उन्होंने मेघालय में जिस अनानास का स्वाद चखा, उससे अधिक स्वादिष्ट अनानास उन्होंने पहले कभी नहीं चखा. राहुल ने कहा कि यात्रा के दौरान देखा कि एक मां- बेटी सड़क किनारे अनानास बेच रही थीं. उन्होंने अपने पूरे जीवन में इतना स्वादिष्ट अनानास कभी नहीं खाया. राहुल ने कहा कि इसे खाने के बाद उन्होंने तुरंत अपनी मां को फोन कर कहा कि वह उनके लिए दुनिया के कुछ बेहतरीन अनानास ला रहे हैं.
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"स्वादिष्ट अनानास पूरी दुनिया को क्यों नहीं मिल रहा"
इसके बाद राहुल गांधी ने सवाल किया कि "सबसे अच्छा स्वाद वाला अनानास पूरी दुनिया के लिए उपलब्ध क्यों नहीं है? दुनिया में सबसे अच्छा स्वाद वाला अनानास लंदन, न्यूयॉर्क या टोक्यो में क्यों नहीं बेचा जा रहा है. अनानास बेचे जाने का फायदा किसानों, उन मां और बेटी को क्यों नहीं मिल रहा है." इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने खुद ही इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि इन अनानास को दुनिया के बाकी हिस्सों में भेजने के लिए बुनियादी ढांचा विकसित नहीं किया गया है. जितना उत्पादन हो रहा है, उससे मेघालय की पूरी आबादी अमीर बन जाएगी.
राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने मेघालय में उगाए गए संतरे भी देखे, लेकिन अब तक उनका स्वाद नहीं चखा है. राहुल गांघी ने विश्वास जताया कि वे दुनिया के सबसे अच्छे संतरों में से एक होंगे. उन्होंने मेघालय के लिए एक दृष्टिकोण विकसित करने पर जोर दिया.
बता दें कि राहुल गांधी लोकसभा चुनाव से पहले जनसमर्थन जुटाने के लिए पूर्वोत्तर की यात्रा कर रहे हैं. बता दें कि यात्रा के मेघालय चरण में, स्थानीय अधिकारियों से अनुमति नहीं मिलने के बाद राहुल की एक निजी विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ बातचीत रद्द कर दी गई थी.
केंद्र पर राहुल गांधी का तंज
जिसके बाद राहुल गांधी ने असम-मेघालय बॉर्डर के पास अपनी यात्रा बस के ऊपर से छात्रों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देश पर उन्हें विश्वविद्यालय में बोलने से रोका गया. राहुल गांधी ने कहा, "मैं आपकी यूनिवर्सिटी में आकर आपको संबोधित करना चाहता था और आपकी बात सुनना चाहता था. लेकिन देश के गृह मंत्री ने असम के मुख्यमंत्री को फोन किया और सीएमओ ने विश्वविद्यालय के नेतृत्व को फोन किया और कहा कि राहुल गांधी को छात्रों से बात करने की अनुमति नहीं दी जाए."
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा कि उनका आना या न आना जरूरी नहीं है लेकिन अपनी इच्छा के हिसाब से किसी की बात सुनने की परमिशन होना बहुत जरूरी है. उन्होंने केंद्र पर तंज कसते हुए कहा कि वह आपको गुलाम बनाना चाहते हैं, लेकिन कोई भी ऐसा नहीं कर सकता."
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