आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने रविवार को छत्तीसगढ़ सरकार की Gothan And Godhan Nyay Scheme की सराहना करते हुए कहा कि योजना के माध्यम से ग्रामीणों की भागीदारी सुनिश्चित कर पशुधन की स्थिति में सुधार का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने रायपुर जिले के अभनपुर प्रखंड के नवागांव में आदर्श गौठान के दौरे के दौरान आयोन्मुखी गतिविधियों की जांच करते हुए कहा, "छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल देश में सबसे अच्छा बॉटम-अप अप्रोच है. राज्य सरकार की यह योजना देश के अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण" है. बता दें कि इस योजना की शुरुआत छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जुलाई 2020 में की थी.
रघुराम राजन ने कहा कि "इसके माध्यम से हम न केवल खेती और आजीविका के लिए एक बेहतर समाधान प्राप्त कर सकते हैं बल्कि कृषि में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अंधाधुंध उपयोग के कारण भूमि की उर्वरता में कमी की समस्याओं को भी कम कर सकते हैं. खाद्य पदार्थों की उपलब्धता में भी काफी सुधार किया जा सकता है. विषाक्तता, पर्यावरण को नुकसान और ग्लोबल वार्मिंग जैसी कई समस्याओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है."
उन्होंने नवागांव के गौठान में पशुओं की देखभाल के प्रबंधन, मुफ्त चारे और पानी की व्यवस्था, स्वास्थ्य जांच, उपचार और पशुओं के टीकाकरण की सराहना की. उन्होंने कहा कि गौठान में संचालित आजीविका प्रधान गतिविधियां कोविड-19 के दौरान ग्रामीणों को आर्थिक सहायता प्रदान करने में मददगार साबित हुई हैं. गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में 2 रुपये प्रति किलो के हिसाब से गोबर की खरीद हो रही है. इस योजन से भूमि की उर्वरता में सुधार होगा और साथ ही कृषि की लागत कम होगी और हानिकारक कीटनाशकों के उपयोग से खाद्य विषाक्तता के जोखिम में कमी आएगी.
VIDEO: मुंबई के पात्रा चॉल के पुनर्विकास के नाम पर फर्जीवाड़े की जांच कर रही है ईडी