पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने महंगाई भत्ते (डीए) में वृद्धि की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे सरकारी कर्मचारियों से अपना आंदोलन वापस लेने तथा सभी संबंधित पक्षों से मिल-बैठकर इस गतिरोध का समाधान निकालने का आह्वान किया है. अठारह संगठनों के कर्मचारी मांग कर रहे हैं कि उनका महंगाई भत्ता केंद्र सरकार के कर्मचारियों के स्तर तक बढ़ाया जाए. उन्होंने शुक्रवार को पूर्ण हड़ताल का भी आह्वान किया था.
राज्यपाल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किये गये पोस्ट में कहा गया है, ‘‘राज्यपाल को इस बात का गहरा दुख है कि पीड़ित कर्मचारियों की भूख हड़ताल चौथे सप्ताह में प्रवेश कर रही है. संबंधित मुद्दा भले ही जटिल हो, लेकिन हमेशा ही समाधान का आसान रास्ता निकलता है.''
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उन्होंने कहा, ‘‘सबसे अधिक महत्वपूर्ण बात है हमारे उन भाइयों की बेशकीमती जिंदगी, जो एक ऐसे उद्देश्य के लिए निरंतर उपवास पर हैं जो उनके दिल के करीब है. राज्यपाल उन सभी से अपना जोखिमपूर्ण उपवास खत्म करने की विनती करते हैं तथा सभी संबंधित पक्षों से मिल-बैठकर इस गतिरोध का सर्वमान्य हल ढूंढने का अनुरोध करते हैं.''
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस सप्ताह के प्रारंभ में विधानसभा में कहा था कि यदि प्रदर्शनकारी उनका ‘सिर कलम' कर दें तो भी वह डीए में वृद्धि की उनकी मांग को पूरा नहीं कर पायेंगी.
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