पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) के चौथे चरण के दौरान कूच बिहार (Cooch Behar) में हुई हिंसा को लेकर सियासत गर्मा गई है. बीजेपी और राज्य में सत्तासीन दल तृणमूल कांग्रेस (TMC) के बीच जुबानी जारी है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) बीजेपी पर निशाना साधने के साथ चुनाव आयोग (Election Commission) पर सवाल उठा रही हैं. इस बीच, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता राबड़ी देवी ने भी बीजेपी और चुनाव पर निशाना साधा है. उन्होंने रविवार को अपने ट्वीट में लिखा, "स्वतंत्र भारत में एक “चुनाव आयोग” होता था."
इससे पहले, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी रविवार को चुनाव आयोग पर जमकर बरसीं. कूच बिहार जाने से रोके जाने पर ममता ने ट्वीट करते हुए कहा कि चुनाव आयोग का नाम बदलकर MCC यानी 'मोदी कोड ऑफ कंडक्ट' कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल कर ले, लेकिन मुझे अपने लोगों के साथ खड़े होने और उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती है.
ममता बनर्जी ने आगे कहा कि वे मुझे कूच बिहार के अपने भाइयों और बहनों से मिलने से तीन दिन रोक सकते हैं, लेकिन चौथे दिन मैं वहां उनके साथ मिलूंगी.
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, टीएमसी प्रमुख बनर्जी ने शनिवार को कूचबिहार जिले के सीतलकूची में चौथे चरण के मतदान के दौरान सीआईएसएफ कर्मियों की गोलीबारी में चार व्यक्तियों के मारे जाने को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की थी.
इसके जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को कहा कि वह अपने पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं, बशर्तें जब पश्चिम बंगाल के लोग उनसे ऐसा करने को कहें. शाह ने कहा कि कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दो मई को पद छोड़ना होगा क्योंकि तृणमूल कांग्रेस मौजूदा विधानसभा चुनाव हार जाएगी.
वीडियो: कूचबिहार हिंसा: EC पर बरसीं ममता बनर्जी, बोलीं- "ये नरसंहार है"