चुनाव नतीजों के पहले, कांग्रेस ने 2017 की गोवा जैसी बड़ी 'चूक' को टालने के लिए कसी कमर

कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं को जिन पांच राज्‍यों में मतदान हुआ है, उनसे से चार राज्‍यों पंजाब, गोवा, उत्‍तराखंड और मणिपुर भेजा गया है.

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल के समय में चर्चा के लिए कई रणनीतिक बैठकें की हैं
नई दिल्‍ली:

यूपी में सातवें राउंड की वोटिंग के साथ ही पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग सोमवार को खत्‍म हो गई. 10 मार्च को आने वाले चुनाव नतीजों के पहले, कांग्रेस ने 'दलबदल' को रोकने के लिए कदम उठाए हैं, जिसके चलते पार्टी को अतीत में काफी नुकसान उठाना पड़ा है. कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं को जिन पांच राज्‍यों में मतदान हुआ है, उनसे से चार राज्‍यों पंजाब, गोवा, उत्‍तराखंड और मणिपुर भेजा गया है. सूत्रों ने सोमवार को बताया कि ये नेता त्रिशंकु विधानसभा की स्थित में गठजोड़ और गठबंधन की सिथति में निर्णय लेंगे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इन पूर्व कदमों (pre-emptive moves) पर चर्चा के लिए रणनीतिक बैठकें की हैं. 

दरअसल, पार्टी गोवा की वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव की चूक को दोहराना नहीं चाहती है जब सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद भी कांग्रेस राज्‍य में सरकार बनाने में नाकाम रही थी. 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गोवा की 40 में से 17 सीटों पर जीत हासिल की थी लेकिन 13 सीटें जीतने के बावजूद छोटी पार्टियों और निर्दलीयों की मदद से बीजेपी सरकार बनाने में सफल रही थी. दो साल बाद नेता प्रतिपक्ष बाबू केवलेकर की अगुवाई में कांग्रेस के 15 विधायक बीजेपी में चले गए थे, जिन्‍हें बीजेपी की ओर से उप मुख्‍यमंत्री बनाया गया था.  कुछ सप्‍ताह  पहले कांग्रेस ने अपने प्रत्‍याशियों को राहुल गांधी की मौजूदगी में निष्‍ठा की शपथ दिलाई थी. हालांकि पार्टी इस तथ्‍य से भली भांति अवगत है कि सत्‍ता की रेस शुरू होने की स्थिति में  यह 'प्रतीकात्‍मक कदम' भी विधायकों को बनाए रखने के लिहाज से पर्याप्‍त साबित होने वाला. 

गोवा के अलावा कांग्रेस ने पंजाब, उत्‍तराखंड और मणिपुर में भी 'मिशन एमएलए' प्‍लान को एक्‍टीवेट किया है. पार्टी को इन राज्‍यों में से कम से कम दो राज्‍यों में जीत की उम्‍मीद है हालांकि सभी चार राज्‍यों में त्रिशंकु जनादेश को भी संभावना के तौर पर देखा जा रहा है. सूत्रों ने बताया कि पार्टी, राजस्‍थान के अपने विधायकों को भी 'अलग' करने की योजना बना रही है. कांग्रेस शासित यह राज्‍य 'रिजॉर्ट पॉलिटिक्‍स' को भलीभांति वाफिक है और कुछ समय पहले 'सियासी हलचल' का केंद्र रहा था.

- ये भी पढ़ें -

* यूक्रेन के कुछ शहरों में रूस ने किया सीज़फायर, यूक्रेनियों को निकलने के लिए देगा वक्त
* "हम आपके गुलाम हैं क्या?" पश्चिमी देशों के 22 राजदूतों की संयुक्त चिट्ठी पर भड़के पाक PM इमरान खान
* UP Election 2022: सपा के गढ़ आजमगढ़ में क्या BJP बढ़ा पाएगी अपनी सीटें, क्या हैं सियासी समीकरण?

Advertisement

VIDEO: बच्‍चे भी झेल रहे युद्ध की विभीषिका, 11 साल का बच्‍चा 1000 किमी का सफर कर पहुंचा स्‍लोवाकिया

Advertisement
Featured Video Of The Day
India Win Against Pakistan: India की जीत पर जश्न, आतिशबाजी, नगाड़ों पर नाचे लोग | Champions Trophy