'क्योंकि मुझे कांग्रेस से प्यार है...', कर्नाटक में क्रॉस वोटिंग करने के बाद बोले JDS विधायक

जेडीएस के अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने पुष्टि की कि पार्टी के 32 में से दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है. उन्होंने कहा, "हमारी जैसी धर्मनिरपेक्ष पार्टी का समर्थन न करके कांग्रेस ने बीजेपी को मजबूत किया है."

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राज्यसभा चुनाव में शुक्रवार को वोट डालने के बाद जेडीएस विधायक श्रीनिवास गौड़ा.

कर्नाटक में चार सीटों के लिए हो रहे राज्यसभा चुनाव में शुक्रवार को जनता दल (सेक्युलर) के दो विधायक- श्रीनिवास गौड़ा और श्रीनिवास गुब्बी ने पार्टी से खिलाफ जाकर कांग्रेस को वोट दिया. क्रॉस वोटिंग जेडीएस के लिए निराशाजनक है क्योंकि चार सीटों में एक सीट पर दोनों मुख्य विपक्षी दलों - कांग्रेस और जेडीएस के बीच कांटे की है. इधर, श्रीनिवास गौड़ा से जब पूछा ये गया कि उन्होंने किसे वोट दिया, तब उन्होंने कहा, " मैंने कांग्रेस को वोट दिया. " कराण पूछने पर उन्होंने कहा, "क्योंकि मैं कांग्रेस से प्यार करता हूं." बता दें कि वो पहले भी कह चुके हैं कि वह एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाले जेडीएस को छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे. 

कांग्रेस ने बीजेपी को मजबूत किया

जेडीएस के अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने पुष्टि की कि पार्टी के 32 में से दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है. उन्होंने कहा, "हमारी जैसी धर्मनिरपेक्ष पार्टी का समर्थन न करके कांग्रेस ने बीजेपी को मजबूत किया है." गौरतलब है कि चुनाव से एक दिन पहले, कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जेडीएस के विधायकों को एक खुला पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने अपनी पार्टी के उम्मीदवार मंसूर अली खान के पक्ष में वोट डालने की अपील की थी. पत्र में कहा गया था कि उनकी जीत दोनों पार्टियों की 'धर्मनिरपेक्ष विचारधारा' की जीत होगी. 

वहीं, कुमारस्वामी ने उसी दिन एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में, कांग्रेस पर बीजेपी उम्मीदवार को हराने में कोई दिलचस्पी नहीं होने का आरोप लगाया था. जेडीएस ने कथित तौर पर कांग्रेस द्वारा पार्टी विधायकों के हॉर्स ट्रेडिंग को रोकने के लिए अपने विधायकों को एक होटल में भेज दिया था. मालूम हो कि कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों के लिए छह उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया है. चौथी सीट के लिए जोरदार मुकाबला हुआ है. 

एक उम्मीदवार को 45 वोट चाहिए

ऐसा इसलिए क्योंकि राज्यसभा चुनाव में जीतने के लिए एक उम्मीदवार को 45 वोट चाहिए. राज्य की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं. विधानसभा में अपनी ताकत के दम पर वह आराम से दो सीटें जीत सकती है. कांग्रेस ने दो उम्मीदवार उतारे हैं, हालांकि उसके आंकड़े कहते हैं कि वह एक पर जीत सुनिश्चित कर सकती है.

चौथी सीट के लिए बीजेपी के पास 32 और कांग्रेस के पास 24 वोट हैं, जबकि जद (एस) के पास 32 विधायक हैं. इस सीट को जीतने के लिए किसी भी पार्टी के विधायकों की पूरी संख्या नहीं है, लेकिन तीनों ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं. जेडीएस ने केवल एक उम्मीदवार को मैदान में उतारा है.

कांग्रेस और जद (एस) दोनों ने बीजेपी को हराना चाहती है, लेकिन कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. कुमारस्वामी ने कहा कि जब कांग्रेस की तुलना में हमारे पास अधिक विधायक इस सीट के लिए बचे हैं, तो उनकी पार्टी को पीछे क्यों हटना चाहिए. हमारे जीतने की संभावना अधिक है. 

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