उपभोक्ता अपनी गाढ़ी कमाई के तौर पर नकदी और गहनों को बैंक के लॉकर में यह सोच कर रखते हैं कि वहां ये पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे. लेकिन जब बैंक के लॉकरों (Bank Lockers) से ही ये नकदी और गहने गायब हो जाएं तो क्या होगा. कानपुर में ऐसा ही वाकया सामने आया है, जिसमें सेंट्रल बैंक (Kanpur Central Bank Of India)की कराची खाना शाखा के नौ ग्राहकों के लॉकर से करोड़ों रुपये का कीमती सामान गायब हो गया.इस मामले का खुलासा हुआ, जब एक बैंक उपभोक्ता मंजू भट्टाचार्य लॉकर खोलने पहुंची. मंजू 14 मार्च को जब बैंक लॉकर से कीमती सामान निकालने पहुंचीं तो लॉकर से सामान गायब देखकर हैरान रह गईं. यह मामला बैंक के अन्य ग्राहकों तक पहुंचते देर नहीं लगी. एक अन्य ग्राहक सीता गुप्ता के साथ भी ऐसा हुआ. जब स्थानीय अखबारों में खबर छपी तो अन्य ग्राहक भी बैंक पहुंचे, जिनमें से सात अन्य उपभोक्ताओं ने लॉकर में रखा सामान गायब पाया.
जांच में पाया गया कि 2.5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का सामान गायब है. बैंक ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है. लखनऊ से फील्ड महाप्रबंधक के नेतृत्व में एक टीम ने जांच शुरू कर दी है. डीसीपी ने कहा कि ग्राहकों मंजू भट्टाचार्य, सीता गुप्ता, शकुंतला देवी, पंकज गुप्ता, वैभव माहेश्वरी, निर्मला, मीना यादव और दो अन्य ने अपने लॉकर की जांच की और बताया कि लॉकर से उनके गहने गायब थे. ग्राहकों ने यह भी दावा किया कि जब उन्होंने लॉकर खोलने की कोशिश की तो चाबी काम नहीं कर रही थी और एक्सपर्ट को बुलाकर लॉकर खोलना पड़ा.
पुलिस ने मामले में तीन एफआईआर दर्ज की हैं और जांच जारी है. पुलिस कमिश्नर (पूर्व) प्रमोद कुमार ने बताया कि फीलखाना पुलिस थाने में अब तक 9 लोगों के मामले सामने आए हैं. इसके आधार पर शाखा के कुछ बैंक कर्मचारियों समेत कई लोगों को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है. उनसे गहन पूछताछ की जा रही है.
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