बांग्लादेश को कैसे जख्म दे गया ये तख्तापलट? तबाही की ये PHOTOS देखिए

इस तस्वीर में देख सकते हैं कि कैसे सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने 5 अगस्त, 2024 को ढाका में 'बंगबंधु स्मारक संग्रहालय' धानमंडी इलाके में आग लगा दी. तस्वीर में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि पूरे इलाके में अफरा-तफरी मची हुई है. 

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नई दिल्ली:

बांग्लादेश की स्थिति काफी भयावह हो चुकी है आरक्षण (Bangladesh Political Crisis) के खिलाफ 2 महीने से बांग्लादेश में जारी प्रदर्शन सोमवार को सरकार विरोधी हिंसा में तब्दील हो गया. बीते दिन जमकर हुई हिंसा के बीच पड़ोसी मुल्क से तख्तापलट की खबरें आईं. शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया. बांग्लादेश के प्रदर्शनकारी छात्र सड़कों पर लूट-पाट और आगजनी कर रहे हैं. सोमवार को हिंसक घटनाओं के बीच शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. शेख हसीना अपनी बहन के साथ देश छोड़कर जा चुकी हैं. इस बीच प्रदर्शनकारी पीएम हाउस 'गणभवन' और बांग्लादेश के पार्लियामेंट 'जातीय संसद' में दाखिल हो गए.

इस दौरान सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिन्हें देखने के बाद आप पूरी तरह दंग हो जाएंगे. आइए आपको तस्वीरों के जरिए बांग्लादेश की बर्बादी की कहानी बताते हैं.

इस तस्वीर में देख सकते हैं कि कैसे सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने 5 अगस्त, 2024 को ढाका में 'बंगबंधु स्मारक संग्रहालय' धानमंडी इलाके में आग लगा दी. तस्वीर में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि पूरे इलाके में अफरा-तफरी मची हुई है. 


इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि कैसे हिंसा से त्रस्त होकर आम इंसान पलायन कर रहा है. सरकार ने हिंसा पर काबू पाने के लिए देशभर में कर्फ्यू लगा दिया है. स्कूल-कॉलेजों और मार्केट में 3 दिनों की छुट्टी का ऐलान किया गया है. हिंसा को देखते हुए कई ट्रेनों का ऑपरेशन अगले आदेश तक रोक दिया गया है.

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बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन जो जुलाई में सरकारी भर्ती नियमों के खिलाफ छात्रों के नेतृत्व में शुरू हुआ, 5 अगस्त को समाप्त हुआ, जिसमें प्रधान मंत्री भाग गए. और सेना ने यह घोषणा करते हुए कहा कि वह एक अंतरिम सरकार बनाएगी.

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5 अगस्त, 2024 को ढाका में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों द्वारा बंगबंधु मेमोरियल संग्रहालय में आग लगा दी गई. बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन जो जुलाई में सरकारी भर्ती नियमों के खिलाफ छात्रों के नेतृत्व में प्रदर्शन के रूप में शुरू हुआ, 5 अगस्त को प्रधान मंत्री के भागने और सेना के साथ समाप्त हुआ. यह घोषणा करते हुए कि वह एक अंतरिम सरकार बनाएगी.

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5 अगस्त, 2024 को ढाका में प्रधान मंत्री शेख हसीना के महल पर धावा बोलते हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश का राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित किया. बांग्लादेश के सेना प्रमुख वेकर-उज़-ज़मान ने सेना के शीर्ष पर पहुंचने में लगभग चार दशक बिताए और 5 अगस्त को कहा, उन्होंने प्रधान मंत्री शेख हसीना के अपदस्थ होने और भाग जाने के बाद "पूरी ज़िम्मेदारी ले रहा था".

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एरियर व्यू में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों को 5 अगस्त, 2024 को ढाका में बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधान मंत्री शेख हसीना के महल पर हमला करते हुए दिखाया गया है. बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद लंबे समय तक शासक शेख हसीना को इस्तीफा देने और भागने के लिए मजबूर होने के बाद 6 अगस्त को बांग्लादेश की सेना ने देश पर नियंत्रण कर लिया था.

सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने 5 अगस्त, 2024 को ढाका में बांग्लादेश के संस्थापक पिता और देश की अपदस्थ प्रधान मंत्री शेख हसीना के माता-पिता शेख मुजीबुर रहमान की एक मूर्ति को तोड़ने का प्रयास किया. बांग्लादेशी प्रधान मंत्री शेख हसीना का 15 साल का शासन 5 अगस्त को समाप्त हो गया. एक महीने से अधिक समय तक चले घातक विरोध प्रदर्शनों के बाद जब सेना ने अंतरिम सरकार बनाने की घोषणा की तो वह भाग गई.

पूर्व प्रधान मंत्री शेख हसीना के देश से भाग जाने के बाद, 6 अगस्त, 2024 को ढाका में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों द्वारा आग लगाए जाने के कारण जले हुए अवामी लीग पार्टी कार्यालय के पास धुआं फैल गया. बांग्लादेश में छात्र नेताओं ने 6 अगस्त को नोबेल विजेता मुहम्मद यूनुस से एक कार्यवाहक सरकार का नेतृत्व करने की मांग की, जिसके एक दिन बाद सेना ने नियंत्रण कर लिया क्योंकि बड़े पैमाने पर प्रदर्शनों ने लंबे समय तक शासक शेख हसीना को देश छोड़ने के लिए मजबूर किया.

ढाका की ये भयावह तस्वीरों में से एक है. इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि कैसे प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. 

बांग्लादेश में छात्र नेताओं ने 6 अगस्त को नोबेल विजेता मुहम्मद यूनुस से एक कार्यवाहक सरकार का नेतृत्व करने की मांग की, जिसके एक दिन बाद सेना ने नियंत्रण कर लिया क्योंकि बड़े पैमाने पर प्रदर्शनों ने लंबे समय तक शासक शेख हसीना को देश छोड़ने के लिए मजबूर किया.

देखा जाए तो पूरे बांग्लादेश से लगभग एक जैसी खबरें आईं हैं. गुस्साई भीड़ ने अवामी लीग के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के आवासों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में एकसाथ तोड़फोड़ की. सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देकर देश छोड़कर चले जाने के बाद बांग्लादेश में अराजकता फैल गई है. अभी ये प्रदर्शन जारी है.

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