बहराइच में 13 अक्टूबर को शुरु हुआ विवाद थमने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है. बहराइच के महाराजगंज में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान दो समुदाय में जबरदस्त हंगामा हुआ था. इससे भीड़ भड़क गई और जमकर तोड़फोड़ की गई. घरों के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई, आगजनी होने लगी, चुन-चुनकर दुकानों को निशाना बनाया गया. तनाव से निपटने के लिए पुलिस-प्रशासन बहराइच में मुस्तैद है. इसी दौरान एक बात गौर करने वाली है कि तनाव के बीच जिले की एसपी वृंदा शुक्ला और डीएम मोनिका रानी को मोर्चा संभालते हुए देखा गया. ऐसे में आपको बतातें हैं कौन हैं वृंदा शुक्ला और मोनिका रानी.
कौन हैं बहराइच SP वृंदा शुक्ला
यूपी के बहराइच हिंसा में काफी एक्टिव नजर आ रहीं एसपी वृंदा शुक्ला पंचकूला, हरियाणा की रहने वाली हैं. वह साल 2014 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. वृंदा की शुरुआती पढ़ाई पंचकूला में ही हुई. जिसके बाद पुणे के महिंद्रा यूनाइटेड वर्ल्ड कॉलेज ऑफ इंडिया से उन्होंने स्नातक की पढ़ाई की. वृंदा ने आगे की पढ़ाई लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड सोशल साइंस से की है. UPSC में सलेक्शन से पहले वृंदा शुक्ला ने अमेरिका की एक प्राइवेट फर्म में कुछ सालों तक नौकरी भी की है. UPSC की बात करें तो वृंदा ने दूसरे अटेम्ट में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की पास की थी. शुरूआत में उनका चयन आईपीएस के लिए हुआ. पहले उन्हें नागालैंड कैडर मिला था, लेकिन 2022 में कैडर बदलकर यूपी कर दिया गया. उनके पति अंकुर अग्रवाल भी यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं.
कौन हैं बहराइच की DM मोनिका रानी
बहराइच में 13 अक्टूबर की शाम हिंसा भड़की तो डीएम मोनिका रानी मौके पर खुद मुस्तैद नजर आईं. 1982 में जन्मीं मोनिका रानी मूल रूप से गुरुग्राम की रहने वाली हैं. वह 2011 बैच की आईएएस अफसर हैं. उन्होंने 2010 में यूपीएससी परीक्षा में 70वीं रैंक हासिल की थी. शिक्षा की बात करें तो मोनिका रानी ने बीकॉम के बाद इकोनॉमिक्स में MA किया है. बहराइच में डीएम बनने से पहले वह यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर तैनात थीं. वह लखनऊ, गाजियाबाद, चित्रकूट और सहारनपुर जिलों में भी रह चुकी हैं. मोनिका दिल्ली के सरकारी स्कूल में टीचर भी थीं. साल 2005 में मोनिका ने शादी कर ली, फिलहाल वो एक बच्चे की मां भी हैं. बहराइच में बीते दिनों भेड़िया मामले पर भी मोनिका रानी एक्शन में नजर आईं थीं. डीएम मोनिका रानी के नेतृत्व में ही बहराइच में ऑपरेशन भेडि़या चलाया गया था.