बदलापुर यौन शोषण मामला : शहर में इंटरनेट और स्कूल बंद, करीब 300 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज

बदलापुर रेलवे स्‍टेशन पर प्रदर्शन के दौरान जमकर तोड़फोड़ की गई और पुलिस पर भी पत्‍थर बरसाए गए. बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागकर लोगों को खदेड़ा. अब इस मामले में एक्शन हुआ है.

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मुंबई:

महाराष्‍ट्र (Maharashtra) के ठाणे जिले के बदलापुर में चार साल की दो बच्चियों के साथ यौन शोषण की घटना से हर कोई गुस्से में है. इस घटना से आक्रोशित लोगों ने बदलापुर में जबरदस्‍त विरोध प्रदर्शन किया है. अब बदलापुर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. ये मामला कल्याण जीआरपी में दर्ज किया गया. प्रदर्शनकारियों पर ट्रेन रोकने, सरकारी काम में बाधा डालने, पथराव और दंगे की कोशिश करने जैसी कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

प्रदर्शनकारियों ने की तोड़फोड़

करीब 300 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. कल्याण जीआरपी पुलिस ने 28 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों को पुलिस आज कोर्ट में पेश करेगी. बदलापुर रेलवे स्‍टेशन पर करीब छह घंटे तक प्रदर्शनकारी ही प्रदर्शनकारी नजर आए. इस दौरान उन्‍होंने जमकर तोड़फोड़ की गई और पुलिस पर भी पत्‍थर बरसाए. बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागकर लोगों को खदेड़ा. वहीं उपमुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महिला आईपीएस अधिकारी के नेतृत्‍व में यौन शोषण मामले की जांच के आदेश दिए है. साथ ही इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में 3 पुलिसकर्मियों को सस्‍पेंड कर दिया गया है. 

क्या है मामला

ठाणे के एक स्‍कूल में 23 साल के सफाई कर्मचारी पर गर्ल्‍स वॉशरूम में दो बच्चियों के साथ यौन उत्‍पीड़न का आरोप है. इस मामले में सफाई कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है. यौन शोषण की वारदात 13 अगस्त को हुई थी, लेकिन एफआईआर 16 अगस्त को दर्ज की गई. इस मामले में आरोप है कि पुलिस ने कई घंटों की देरी के बाद रात 9 बजे एफआईआर दर्ज की. FIR के मुताबिक, शिकायतकर्ता को किसी दूसरे बच्चे के अभिभावक ने बताया कि उनकी बच्ची के साथ यौन उत्‍पीड़न हुआ है और वो इसकी शिकायत करने जा रहे हैं. इसके बाद शिकायतकर्ता ने अपनी बच्ची का मेडिकल टेस्ट करवाया.

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शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद

विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर, शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं, जबकि अधिकांश स्कूल बुधवार को बंद रहे. इस बारे में अधिकारियों ने कहा कि मंगलवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान रेलवे स्टेशन और बदलापुर के अन्य हिस्सों में पथराव की घटनाओं में कम से कम 17 शहर के पुलिसकर्मी और लगभग आठ रेलवे पुलिसकर्मी घायल हो गए. जांचकर्ताओं ने हिंसा के सिलसिले में कई लोगों गिरफ्तार किया है. अधिकारियों के अनुसार, कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और शहर में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. 

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उपद्रवियों पर 3 एफआईआर दर्ज

पीटीआई से बात करते हुए डीसीपी सुधाकर पठारे ने बुधवार को कहा कि विरोध प्रदर्शन और उसके बाद हुई हिंसा के मद्देनजर शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. उन्होंने कहा, "शहर में स्थिति की समीक्षा करने के बाद इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी." स्थानीय लोगों ने बताया कि बुधवार को शहर के अधिकांश स्कूल बंद रहे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "दो बच्चियों के यौन शोषण को लेकर मंगलवार को बदलापुर में विरोध प्रदर्शन के दौरान गुस्साई भीड़ ने दो अधिकारियों सहित कम से कम 17 पुलिस कर्मियों पर पत्थरों से हमला किया, जिसमें वे घायल हो गए. हमने उपद्रवियों के खिलाफ निषेधाज्ञा का उल्लंघन, हथियारबंद गैरकानूनी जमावड़ा, हमला, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने आदि के आरोप में तीन एफआईआर दर्ज की हैं."

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सीसीटीवी और न्यूज क्लिपिंग की जांच जारी

उन्होंने बताया कि घायल पुलिसकर्मियों का इलाज अलग-अलग स्थानीय अस्पतालों में चल रहा है. उन्होंने बताया, "पत्थरबाजी और अन्य अपराधों के सिलसिले में अब तक कुल 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अन्य अपराधियों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं. सीसीटीवी फुटेज और वीडियो न्यूज क्लिपिंग की जांच की जा रही है." राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के आयुक्त रवींद्र शिसवे ने बताया कि बदलापुर रेलवे स्टेशन पर हुई हिंसा के सिलसिले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा, "पत्थरबाजी में अधिकारियों समेत सात से आठ रेलवे पुलिस कर्मी घायल हुए हैं."उन्होंने कहा, "आज स्थिति सामान्य और नियंत्रण में है."

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तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड

राज्य सरकार ने मंगलवार को जांच में कथित लापरवाही के लिए एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक समेत तीन पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया. स्कूली बच्चों के गुस्साए माता-पिता और स्थानीय नागरिक, जिनमें कई महिलाएं भी शामिल थीं, मंगलवार सुबह स्कूल के बाहर एकत्र हुए और रेलवे स्टेशन पर 'रेल रोको' प्रदर्शन किया, जिससे सुबह करीब 8.30 बजे लोकल ट्रेनों का रास्ता अवरुद्ध हो गया. महिलाओं सहित कुछ प्रदर्शनकारियों ने बाद में स्कूल के गेट, खिड़कियों के शीशे, बेंच और दरवाजे तोड़कर स्कूल की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया.

(पीटीआई इनपुट्स के साथ)

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