बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. एनसीपी अजित पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी पर उनके बेटे जीशान के दफ्तर के बाहर फायरिंग हुई, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि उनकी जान बचाई नहीं जा सकी. हत्या के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बाबा सिद्दीकी को एक राजनेता के साथ ही अपनी शानदार इफ्तार पार्टियों के लिए भी जाना जाता था. शाहरुख खान और सलमान खान सहित बॉलीवुड के बड़े सेलिब्रेटी इन पार्टियों में अक्सर नजर आते रहे थे.
सलमान खान और शाहरुख खान के बीच झगड़े के बाद उन्हें मिलाने वाले बाबा सिद्दीकी ही थे. दोनों के बीच कैटरीना की बर्थडे पार्टी के दौरान झगड़ा हो गया था और उसके बाद सालों तक दोनों के बीच बातचीत नहीं हुई थी. हालांकि दोनों सुपरस्टारों की फिर से सुलह कराने का जिम्मा बाबा सिद्दीकी ने ही उठाया था. बाबा सिद्दीकी ने अपनी इफ्तार पार्टी में दोनों के बीच सुलह कराई थी.
NCP अजित पवार गुट में हाल ही मे शामिल
बाबा सिद्दीकी का पूरा नाम जियाउद्दीन सिद्दीकी है. बाबा ने मुंबई के एमएमके कॉलेज से पढ़ाई की और अपने छात्र जीवन से ही कांग्रेस का दामन थाम लिया था. हालांकि कुछ वक्त पहले ही कांग्रेस को छोड़कर एनसीपी अजित पवार गुट में शामिल हो गए थे.
समाजसेवा में आगे रहते थे बाबा सिद्दीकी
उन्होंने कई बार सलमान खान की उनकी मुश्किल वक्त में मदद की. सलमान खान जब भी किसी मामले में अदालत में मौजूद रहना पड़ा, तब बाबा ज्यादातर मौकों पर उनके साथ रहते थे.
बाबा सिद्दीकी समाजसेवा से जुड़े कामों में भी आगे रहते थे. बाबा सिद्दीकी ने लॉकडाउन के दौरान सलमान खान के साथ मिलकर काफी लोगों की मदद की थी.
बाबा सिद्दीकी के पास थी Y श्रेणी की सुरक्षा
बता दें कि बाबा सिद्दीकी पर बांद्रा ईस्ट में खेरवाड़ी सिग्नल पर स्थित उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के पास छह गोलियां लगाई गई थी, उनमें से चार गोलियां बाबा सिद्दीकी को लगी थी. इसके बाद उनकी मौत हो गई. बाबा सिद्दीकी को Y श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी, इसके बावजूद उनकी हत्या कई तरह के गंभीर सवाल खड़े करती है.
हत्या की खबर मिलने के तुरंत बाद सलमान खान तुरंत लीलावती अस्पताल के लिए निकल गए. वहीं संजय दत्त भी लीलावती अस्पताल पहुंचे.