एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. इस घटना को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने इस घटना पर को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि इस हमले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह दोनों ही शख्स अन्य राज्यों के हैं. ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था. साथ ही यह सवाल भी बना हुआ है कि क्या इस हत्या के पीछे लॉरेन्स बिश्नोई गैंग का हाथ तो नहीं है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि खुलासा किया है कि दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के रहने वाले हैं. इस मामले में तीसरा आरोपी अभी फरार है.
मुख्यमंत्री के बयान से यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि हत्यारों को बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए पैसे देकर अन्य राज्यों से बुलाया गया था. लॉरेन्स बिश्नोई गैंग को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं.
अभी तक किसी गैंग ने नहीं ली जिम्मेदारी
लॉरेंन्स बिश्नोई गैंग से जुड़े कई शूटर उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा जैसे राज्यों से आते हैं. इसलिए इन कयासों को बल मिल रहा है. हालांकि अभी तक किसी भी गैंग ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर परमजीत सिंह दहिया ने कहा, "यह घटना रात करीब 9:30 बजे निर्मल नगर में हुई. इस घटना के बाद बाबा सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. क्राइम ब्रांच मुंबई पूरे मामले की जांच कर रही है."
सिद्दीकी पर 6 गोलियां चलाई, 4 लगी
बाबा सिद्दीकी पर उस वक्त गोलियां चलाई गई, जब वे बांद्रा ईस्ट में अपने बेटे और विधायक जीशान के ऑफिस के बाहर थे. हमलावरों ने उन पर छह गोलियां चलाईं, जिनमें से चार गोलियां उन्हें लगी. उन्हें तुरंत ही लीलावती अस्पताल ले जाया गया. हालांकि उन्हें बचाया नहीं जा सका है.
इस मामले में पुलिस सूत्रों ने बताया कि बाबा सिद्दीकी पर जिस पिस्तौल से हमला किया गया था, उसे जब्त कर लिया गया है. बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाने के लिए 9.9 एमएम की पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था.