बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में एक नया खुलासा हुआ है. सामने आई जानकारी के अनुसार आरोपी मोहम्मद जीशान अख्तर का सीधा कनेक्शन लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है. मोहम्मद जीशान अख्तर के साथियों की लिस्ट में आठवें नंबर पर सौरव महाकाल का नाम है. पंजाब में सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में सौरव महाकाल का नाम सामने आया था. सौरव महाकाल महाराष्ट्र का रहने वाला है और लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ऐक्टिव मेम्बर है. ये लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई का खास माना जाता है.
अख्तर को साल 2022 में किया था गिरफ्तार
पंजाब पुलिस ने साल 2022 में मोहम्मद जीशान अख्तर को गिरफ्तार किया था. पंजाब पुलिस के दस्तावेजों के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है. सौरभ महाकाल कई बार जीशान के घर रुका था. मोहम्मद जीशान अख्तर ने लॉरेंस बिश्नोई के करीबी विक्रम बराड़ के कहने पर पंजाब में 2 डेरा प्रेमियों की रेकी की थी और लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के सीधे संपर्क में रहता था. एक विशेष एप के जरिए अनमोल बिश्नोई से बातचीत करता था.
मोहम्मद जीशान अख्तर पंजाब के जालंधर का रहने वाला है.
पटियाला जेल में उसकी मुलाकात लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों से हुई थी.
रिहा होने के बाद वह मुंबई चला गया था.
अख्तर बाबा सिद्दीकी के शूटरों का हैंडलर था.
जब सिद्दीकी को गोली मारी गई, तब अख्तर शूटरों को उसकी लोकेशन के बारे में जानकारी दे रहा था.
गैंग में कुल 22 लोग
डॉजियर के मुताबिक जीशान का असली नाम मोहम्मद यासिन अख्तर उर्फ जेसी उर्फ जस्सी उर्फ सिकंदर है. इसके गैंग में कुल 22 लोग हैं. इसके डॉजियर में 30 लाख रुपये की एक्सटॉर्शन का मुकदमा दर्ज है. इसने रानो नाम के शख़्स से एक्सटॉर्शन मांगीं थीं और पैसे नहीं देने पर उसके घर पर दो गोलियां चलाई थी.
वारदात को अंजाम देने के लिए मोहम्मद जीशान अख्तर .32 और .30 की पिस्टल का इस्तेमाल करता था. मोहम्मद जीशान अख्तर से संबंधित कागज के मुताबिक उसके ख़िलाफ़ मर्डर केस के साथ-साथ 7 मुकदमे दर्ज हैं.